August 3, 2025 2:38 am
ब्रेकिंग
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता रायपुर में हुए सम्मानित विश्व स्तनपान सप्ताह 2025के संबंध में चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी ने किया कार्यशाला रायपुर-बिलासपुर में खुलेंगे मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज, प्रदेश को मिले 3 विशेषज्ञ डॉक्टर 20वीं किस्त में कटे बिलासपुर के तीन हजार किसानों के नाम, पति-पत्नी ले रहे थे दोहरा लाभ सुकमा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, दो लाख के इनामी समेत तीन माओवादी गिरफ्तार तलाकशुदा महिला ने गार्ड का बनाया अश्लील वीडियो, फिर करने लगी ऐसा गंदा काम जिसकी इजाजत कानून भी नहीं ... देश के 79वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर किया जा रहा ‘‘हर घर तिरंगा‘‘ कार्यक्रम का आयोजन, 2 से 15 अगस... मानव तस्करी के आरोप में जेल में बंद नन को मिली जमानत, दुर्ग केंद्रीय जेल से रिहा आठ साल बाद हुई कौशल प्रतियोगिताएं, ढाई हजार से अधिक युवाओं ने दिखाई अपनी प्रतिभा छत्तीसगढ़ के किसानों को सावन के महीने में बड़ा तोहफा, पीएम मोदी ने 25.47 लाख लोगों के खाते में भेजे ...
मध्यप्रदेश

सात मरीजों की मौत के आरोपी डॉक्टर का बीपी बढ़ा, उल्टियां होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया

दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह शहर के सात मरीजों के की मौत के मामले में आरोपी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एन जॉन केम की गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ गई। उल्टियां और घबराहट होने पर उसे जिला अस्पताल लाया गया, जहां पर डॉक्टर से चेकअप कराया गया।

जिला अस्पताल में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर मधुर चौधरी ने आरोपी डॉक्टर का चेकअप किया। इस दौरान आरोपी डॉक्टर का बीपी बढ़ा हुआ था और उसे उल्टियां भी हो रही थी। इसके बाद डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार करते हुए, उसे कुछ समय के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया। देर रात को उसे छुट्टी दे दी गई। डॉक्टर के मुताबिक आरोपी डॉक्टर को किसी भी प्रकार की कोई बीमारी नहीं है। सिर्फ ब्लड प्रेशर बढ़ने से घबराहट हो रही थी।

फर्जी डॉक्टर एक दिन की रिमांड पर था, आज होगा पेश

चार दिन की रिमांड पूरी होने पर पुलिस ने गुरुवार को न्यायालय में पेश किया गया। पुलिस ने एक और दिन की रिमांड मांगी, जिसे न्यायालय ने मंजूर कर लिया। अब आरोपित को आज फिर से न्यायालय में पेश किया जाएगा।

नरेंद्र बोला- मेरा नाम खराब करने की बड़ी साजिश

आरोपित फर्जी डॉक्टर नरेंद्र यादव उर्फ एन जान केम ने मीडिया से कहा कि यह नाम खराब करने की बड़ी साजिश है और उसे एक षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। जल्द ही पता लग जाएगा कि मेरे दस्तावेज सही हैं या गलत।

वहीं आरोपित डॉक्टर ने न्यायाधीश के समक्ष कहा कि उसने जितनी भी सर्जरी की है, उसमें उसका सक्सेस रेट 92 प्रतिशत है। मिशन अस्पताल में सिर्फ पांच मौत हुई हैं।

उसने कहा कि उसकी एमबीबीएस की डिग्री असली है। उसका रजिस्ट्रेशन भी है और उसने अपना नाम बदलने के लिए जो सरकारी प्रक्रिया होती है, उसके सभी मापदंडों को पूरा किया है।

Related Articles

Back to top button