छत्तीसगढ़ सरकार राजस्व मंत्री से जमीन की खरीद-बिक्री प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बनाने की मांग पत्र सौंपा – अशवंत तुषार साहू

महासमुंद ; नामांतरण की प्रक्रिया के लिए किसान तहसील कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं, जो कि किसानों के लिए काफी परेशानी का कारण बन रहा है। यह समस्या पटवारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण पैदा होती है, जिससे किसानों के जमीन संबंधित कार्य समय पर नहीं हो पाते हैं। ऐसा ही केस पटेवा तहसील का है, इंद्राणी ने तुमसा में जमीन लिया है, 5 नवंबर को रजिस्ट्री हुआ था, आज तक नामांकन के लिए दर-दर ठोकर खा रहा है, पटवारी ने ₹3000 ले लिया है, फिर भी उनका नाम पर नामांतरण आज तक नहीं हुआ है
, नामांतरण के लिए तहसील कार्यालयों के चक्कर काटने मजबूर है, किसान, यह सारी बात भाजपा किसान नेता अशवंत तुषार साहू को बताया तब जाकर छत्तीसगढ़ सरकार राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा से मिलकर जमीन की खरीद-बिक्री प्रक्रिया को पारदर्शी और आसान बनाने की मांग पत्र सौंपा कहा
पटवारियों की लापरवाही
पटवारियों की लापरवाही और मनमानी के कारण किसानों को अपने जमीन संबंधित कार्य कराने में बहुत परेशानी होती है। खासतौर पर किसान, जिन्हें समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए भूमि के नामांतरण की जरूरत होती है,
खरीद-बिक्री के रजिस्ट्रेशन के साथ ही स्वचालित रूप से नामांतरण हो जाने से किसानो को लाभ मिलेगा पारदर्शिता बढ़ेगी और समय की बचत भी होगी।