August 3, 2025 12:13 pm
ब्रेकिंग
कृभको द्वारा प्रधानमंत्री सम्मान निधि वितरण के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम गिरफ्तारी से बचने सुप्रीम कोर्ट पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, जानें कब होगी सुनवाई गमछे के साथ गमछा... 25 फीट ऊंची दीवार फांदकर भागे 4 शातिर कैदी, POSCO Act में काट रहे थे सजा ऑपरेशन मुस्कान: जशपुर पुलिस ने सात गुमशुदा बच्चों को ढूंढ लाया, देश के विभिन्न प्रदेशों से, परिजनों ... मतांतरण कर चुके ST समुदाय के लोगों को नहीं मिलेगा सुविधाओं का लाभ, राज्य सरकार लाएगी कड़ा कानून छत्तीसगढ़ में मतांतरण और मानव तस्करी मामले में नया मोड़, पीड़ित युवतियों ने बजरंग दल पर लगाए गंभीर आ... उत्तरी छत्तीसगढ़ में सावन की झड़ी, सरगुजा संभाग अगले 5 दिन हो सकती है बारिश Private School की मनमानी फीस पर छत्तीसगढ़ हाई कोर्ट सख्त, सरकार के रेगुलेटरी कानून को बताया सही ED के रडार पर 3 IAS अधिकारी, इनके खिलाफ हो सकती है कार्रवाई छत्तीसगढ़ : सरकारी स्कूल में बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना, अभिभावकों में रोष
पंजाब

पानी के मुद्दे पर पंजाब की बड़ी जीत, हाईकोर्ट ने हरियाणा को दिया झटका

चंडीगढ़: पानी के मुद्दे पर आज एक बार फिर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में सुनवाई हुई, जिसमें पंजाब सरकार को बड़ी जीत हासिल हुई है। हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार द्वारा दाखिल की गई पानी के मुद्दे पर पुनर्विचार याचिका को गंभीर माना है। इसके साथ ही अदालत ने BBMB (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड), केंद्र सरकार और हरियाणा सरकार को नोटिस जारी किया है। पानी के बंटवारे को लेकर BBMB अध्यक्ष के बदले हुए रुख पर भी अदालत ने जवाब तलब किया है।

हाईकोर्ट ने पूछा है कि हरियाणा को अतिरिक्त पानी क्यों चाहिए, और इसके लिए अब BBMB और हरियाणा दोनों को स्पष्ट स्पष्टीकरण देना होगा। आम आदमी पार्टी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि किसी को भी पंजाब का हक छीनने नहीं दिया जाएगा और पानी की लड़ाई हर मंच पर लड़ी जाएगी। पार्टी का कहना है कि हाईकोर्ट का यह फैसला पंजाब के जल अधिकारों के लिए एक निर्णायक मोड़ साबित होगा।

गौरतलब है कि BBMB द्वारा रातों-रात हरियाणा को पंजाब सरकार की मंज़ूरी के बिना पानी देने की कोशिश की गई थी। इसके बाद पंजाब सरकार ने इस मुद्दे पर अदालत में पुनर्विचार याचिका दाखिल की थी, जिस पर आज सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार से जवाब मांगा है।

Related Articles

Back to top button