अगर 1 रुपया भी बढ़ता है पेट्रोल का दाम, ऐसे पड़ता है माइलेज और जेब पर असर

देश में लंबे समय से पेट्रोल की कीमत लगभग स्टेबल हैं. दिल्ली में पेट्रोल का दाम अभी 94.77 (करीब 95) रुपये प्रति लीटर है. हाल में सरकार ने जब पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स पर एक्साइज ड्यूटी 2 रुपये तक बढ़ाई, तो लगा कि एक बार फिर पेट्रोल के दाम बढ़ने वाले हैं. लेकिन कंपनियों ने इस बढ़ी लागत को बीयर किया और प्राइस पहले जैसे बने रहे. कभी आपने सोचा कि पेट्रोल की कीमत में सिर्फ एक रुपये का इजाफा आप पर कैसे असर डाल सकता है?
पेट्रोल की कीमत में एक रुपये के इजाफे से आपकी जेब और किसी गाड़ी के माइलेज पर पड़ने वाले असर को समझने का ये पूरा गणित है. इसे हम देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली और सबसे ज्यादा माइलेज देने वाली कार Maruti Wagon R के उदाहरण से समझने की कोशिश करेंगे.
मारुति वैगन आर का माइलेज
मारुति वैगन आर में आपको 1.0 लीटर का पेट्रोल इंजन मिलता है. ये ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन में 25.19 किमी प्रति लीटर तक का माइलेज देती है. जबकि इसके पेट्रोल टैंक की कैपेसिटी 32 लीटर की है. हालांकि इसा एक ऑप्शन आपको 1.2 लीटर इंजन के साथ भी मिलता है. ऑटोमेटिक वर्जन में ये 24.43 किमी प्रति लीटर का क्लेम माइलेज देती है. फिर भी हम इस कार और माइलेज के कैलकुलेशन को 25.19 किमी प्रति लीटर से ही समझेंगे.
पेट्रोल की महंगाई और माइलेज का गणित
मान लीजिए पेट्रोल की कीमत 95 रुपये प्रति लीटर है, तब आपको 32 लीटर का टैंक फुल करवाने के लिए 3,040 रुपये खर्च करने होंगे. इतने रुपये में 25.19 किमी प्रति लीटर के माइलेज से आप टोटल दूरी 806.08 किमी की तय करेंगे. इस तरह आपका एक किमी गाड़ी चलाने का खर्च 3.77 रुपये का आया.
अब मान लेते हैं पेट्रोल की कीमत सिर्फ 1 रुपये बढ़ी और 96 रुपये हो गई. अब टैंक फुल कराने के लिए आपको 3,072 रुपये भरने पड़ेंगे. ऐसे में 806.08 किमी की दूरी तय करने पर अब आपकी एक किली गाड़ी चलाने का खर्च 3.81 रुपये हो गया.
इसका मतलब ये हुआ कि अब आपको उसी दूरी को तय करने के लिए पहले से ज्यादा पैसे देने होंगे, या इसे दूसरी तरह से देखें तो आपकी कार की फ्यूल एफिशिएंसी कम हो गई है. अगर पेट्रोल के दाम में यही बढ़ोतरी 2 या 3 रुपये होगी, तब इसका खर्च काफी बदल जाएगा.