August 3, 2025 11:05 am
ब्रेकिंग
अमेरिका के फैसले से चिंतित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री नायडू, बताया टैरिफ से क्या होगा नुकसान, ऐसे न... इंडियो की फ्लाइट में थप्पड़ खाने वाला शख्स हो गया था ‘गायब’, फिर मिला असम के एक रेलवे स्टेशन पर दिल्ली में 5 दिन बारिश से राहत नहीं, UP-बिहार समेत 15 राज्यों में अलर्ट, पहाड़ों का क्या है हाल? जिंदगी की जंग हार गई पुरी की बेटी, दिल्ली AIIMS में तोड़ा दम; बदमाशों ने किडनैप कर जलाया था 98 मौतें, 1500 से ज्यादा घर जमींदोज, 387 सड़कें ब्लॉक…हिमाचल में मौसम का कहर; उत्तराखंड में भी तबाही भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुनील गुप्ता रायपुर में हुए सम्मानित विश्व स्तनपान सप्ताह 2025के संबंध में चिराग सोशल वेलफेयर सोसायटी ने किया कार्यशाला रायपुर-बिलासपुर में खुलेंगे मेडिकल और नर्सिंग कॉलेज, प्रदेश को मिले 3 विशेषज्ञ डॉक्टर 20वीं किस्त में कटे बिलासपुर के तीन हजार किसानों के नाम, पति-पत्नी ले रहे थे दोहरा लाभ सुकमा में सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी, दो लाख के इनामी समेत तीन माओवादी गिरफ्तार
टेक्नोलॉजी

Google Map नहीं, पहलगाम पहुंचने के लिए आतंकियों ने क्यों किया इस ऐप का इस्तेमाल?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए ‘नरसंहार’ के तार पाकिस्तान से जुड़ते नजर आ रहे हैं, दहशत फैलाने के लिए आतंकियों ने 26 बेगुनाह लोगों को गोली का निशाना बनाते हुए मौत के घाट उतार दिया. अब पहलगाम अटैक से जुड़ी नई जानकारी सामने आई है जिससे इस बात का पता चला है कि बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतारने वाले ये आतंकी लोकेशन के लिए आखिर किस ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे?

अगर आपको भी ऐसा लगता है कि आतंकी लोकेशन और नेविगेशन के लिए गूगल मैप्स का इस्तेमाल करते होंगे तो ऐसा नहीं है, पहलगाम में मासूम लोगों को मौत के घाट उतारने वाले आतंकियों ने पहलगाम तक पहुंचने के लिए अल्पाइन क्वेस्ट एप्लीकेशन का इस्तेमाल किया है. क्या है ये ऐप और कैसे करता है काम? चलिए समझते हैं.

Alpine Quest App बना आतंकियों का सहारा

इस मोबाइल ऐप की खास बात यह है कि ये ऐप जीरो मोबाइल कनेक्टिविटी वाले एरिया में भी आतंकियों का सहारा बनता है. आतंकियों को इस बात का डर रहता है कि ओवरग्राउंड वर्कर्स जानकारी को लीक कर सकते हैं इसलिए आतंकी अब बिना ओवरग्राउंड वर्कर्स की मदद के नेविगेशन के लिए इस ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं. कठुआ आतंकी हमला हो या फिर बाकी आतंकी हमले, आतंकियों ने इस ऐप को लोकेशन के लिए इस्तेमाल किया है.

आतंकियों को ISI की सरपरस्ती में इस ऐप की ट्रेनिंग पाकिस्तान में दी जाती है. इस ऐप के माध्यम से ही जंगल मे मौजूद आतंकी ग्रुप एक-दूसरे से संपर्क में रहते हैं. जांच एजेंसी ने 2024 में इस बात की जानकारी दी थी कि जम्मू में पिछले कुछ सालों में जितने भी आतंकी हमले हुए उस सभी में इसी ऐप का इस्तेमाल हुआ है. ये ऐप आंकियों को घने जंगलों में नदी-नाले और पहाड़ी गुफाओ की क्लियर लोकेशन बताता है.

अल्पाइन क्वेस्ट ऑस्ट्रेलियाई ऐप है जिसका इस्तेमाल ट्रेकर्स एक से दूसरी जगह जाने के लिए करते हैं. लेकिन आतंकियों को इस ऐप का ऑफलाइन वर्जन दिया जाता है जिसमें सीआरपीएफ कैंपों और बैरिकेड्स जैसी जगह पहले से ही ऐप में जोड़ी जाती है. इस ऐप का दो तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है, पहला तरीका तो ऐप में फीड डेटा के जरिए लोकेशन का पता लगाना और दूसरा तरीका आतंकियों द्वारा लोकेशन और डेटा फीड के जरिए दूसरे आतंकी नेविगेशन का इस्तेमाल करते हैं.

Related Articles

Back to top button