भारत-पाकिस्तान पर रूसी मीडिया का दावा, कहा- दो न्यूक्लियर देशों में कुछ बड़ा होने वाला है

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान के खिलाफ लिए गए सख्त फैसलों ने दोनों देशों के बीच तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है. भारत ने न सिर्फ कूटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान से दूरी बना ली है, बल्कि अब सैन्य स्तर पर भी हर मोर्चे पर जवाब देने की तैयारी में है. ऐसे में रूस की मीडिया ने एक चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कुछ बड़ा होने वाला है.
रूसी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान ने उस क्षेत्र में ‘नो-फ्लाई जोन’ घोषित कर दिया है जहां भारत का एयरक्राफ्ट कैरियर कथित रूप से बढ़ रहा है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि दोनों परमाणु देशों के बीच स्थिति तेजी से बिगड़ रही है और ‘कुछ बड़ा हो सकता है’. यह चेतावनी न सिर्फ क्षेत्रीय बल्कि वैश्विक सुरक्षा के लिहाज से भी गंभीर मानी जा रही है. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या भारत और पाकिस्तान एक बार फिर से सैन्य टकराव की ओर बढ़ रहे हैं?
बिहार में पाकिस्तान पर बरसें पीएम मोदी
भारत की तरफ से भी आक्रामक बयान सामने आए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि हम हर आतंकी और उसके मददगार को खोज-खोजकर सजा देंगे. कोई भी बख्शा नहीं जाएगा. यह बयान बताता है कि भारत इस बार सिर्फ निंदा या कूटनीतिक कार्रवाई तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आतंक के गढ़ तक जाकर जवाब देने की नीति पर काम कर रहा है.
पाकिस्तान में चल रहा मीटिंग्स का दौर
दूसरी ओर, पाकिस्तान भी इस हालात को गंभीरता से ले रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान ने एक दुर्लभ राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक बुलाई है जिसमें प्रधानमंत्री, आर्मी चीफ और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के प्रमुख मौजूद हैं. इस बैठक में भारत के आरोपों और संभावित सैन्य प्रतिक्रियाओं पर चर्चा हो रही है. पाकिस्तान को डर है कि भारत की ओर से इस बार सीमित सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि बड़ी जवाबी कार्रवाई हो सकती है.
रूसी मीडिया के अलर्ट के क्या मायने?
रूस की मीडिया द्वारा दिया गया यह अलर्ट दुनियाभर के देशों के लिए एक चेतावनी जैसा है. दोनों देशों के बीच जिस तरह की बयानबाजी और सैन्य हलचल देखी जा रही है, उससे स्थिति अत्यंत संवेदनशील हो चुकी है. वैश्विक समुदाय अब इस संकट पर नजरें गड़ाए हुए है कि क्या दक्षिण एशिया एक और युद्ध की ओर बढ़ रहा है या फिर कूटनीतिक प्रयासों से कोई समाधान निकलेगा. लेकिन फिलहाल, हालात बेहद तनावपूर्ण हैं और दोनों देशों के बीच किसी भी अप्रत्याशित घटना की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता.