June 10, 2025 12:18 pm
ब्रेकिंग
पटना में दो युवक को गोलियों से भूना, सड़क किनारे शव देख पूरे गांव में मचा कोहराम गजब का ड्रामेबाज है सोनम का प्रेमी राज! राजा रघुवंशी की अंतिम यात्रा में रोनी सूरत बनाकर घूमता दिखा नीतीश-बीजेपी ने कानून व्यवस्था का अंतिम संस्कार किया… सुबह-सुबह क्यों भड़के लालू? NCP का स्थापना दिवस, चाचा-भतीजे अलग-अलग कर रहे शक्ति प्रदर्शन, 10 किलोमीटर की दूरी पर दोनों कार्यक्र... दिल्ली को मिलने वाली है गर्मी से राहत, मौसम विभाग ने बताया- कब से शुरू होगी बारिश? पहाड़ों पर चढ़ाई से सुपारी किलर्स थके, बोले-नहीं करेंगे हत्या, सोनम चिल्लाई- 20 लाख देंगे, Kill Raja देश में बढ़ रहे कोरोना के मामले, दिल्ली में एक्टिव केस 700 पार, अब तक 7 की मौत दिल्ली में लू का अलर्ट, यूपी में कल से होगी बारिश, जानें बिहार-झारखंड समेत अन्य राज्यों का हाल पश्चिम बंगालः विधानसभा में सैन्य संघर्ष पर पेश होगा प्रस्ताव, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम गायब मोदी सरकार 11 साल का जश्न मना रही, उधर ट्रेन से गिरकर लोगों की हुई मौत… राहुल गांधी ने क्या-क्या लगा...
पंजाब

बिजनेस करने वाले दें ध्यान, लुधियाना की एक फर्म को ऐसे लगाया गया करोड़ों का चूना

लुधियाना : दिल्ली और हरियाणा के ठगों ने लुधियाना की एक फर्म को एप्पल-आईफोन और एक्सैसरीज की आपूर्ति से जुड़ी वस्तुएं भेजकर उसके बदले में दिए बिलों पर जी.एस.टी. के बंद और सस्पैंड हो चुके नंबरों का इस्तेमाल कर 2.77 करोड़ का चूना लगाया है। जब फर्म ने रिफंड की मांग की तो उलटा उसे धमकाया जाने लगा इसलिए उसने पुलिस को इसकी शिकायत दी जिसके बाद थाना फोकल प्वाइंट की पुलिस ने अंकुर गर्ग की शिकायत पर न्यू दिल्ली की फर्म एस.के. इंटरप्राइजेज के मालिक कमल अहमद, ग्लोबल ट्रेडर्स के अजहर हैदर और हरियाणा के जी.एम.जी. ट्रेडलिंक के डायरैक्टर्स रजत मदान एवं शीतल मदान के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज की है।

पुलिस को अंकुर गर्ग ने बताया कि उसकी हैम्पटन स्काई रियल्टी लिमिटेड के नाम से चंडीगढ़ रोड़ फोकल प्वाइंट में फर्म है। गर्ग ने कहा कि उनकी कंपनी इलैक्ट्रॉनिक सामानों की बिक्री और खरीद का काम करती है। आरोपियों ने खुद को प्रतिष्ठित व्यापारी बताते हुए उनकी फर्म से संपर्क किया और एप्पल आईफोन और एक्सैसरीज की 43 खेप की आपूर्ति की। धोखाधड़ी तब सामने आई जब गर्ग की फर्म ने जी.एस.टी. रिफंड के लिए आवेदन किया और वाणिज्य कर विभाग द्वारा सूचित किया गया कि लेन-देन में इस्तेमाल किए गए जी.एस.टी. नंबर रद्द और निलंबित कर दिए गए हैं, इसलिए फर्म इनपुट टैक्स क्रैडिट में 2.77 करोड़ रुपए का दावा करने में असमर्थ थी।

जब गर्ग ने इस मुद्दे को सुलझाने के लिए आरोपियों से संपर्क किया तो उलटा आरोपियों ने धमकाना शुरू कर दिया इसलिए उसने हारकर पुलिस कमिश्नर को इसकी शिकायत दी। जिसके बाद पुलिस ने इसकी जांच करवाई और अब आरोपियों पर कार्रवाई की गई। उधर, पुलिस का कहना है कि आरोपियों को पकड़ने के लिए जल्द टीमें बनाकर भेजी जाएगी।

Related Articles

Back to top button