वायुसेना अधिकारी से मारपीट मामले में नया ट्विस्ट, वीडियो में खुद मारते दिखे… उन्हीं पर हो गई FIR

बेंगलुरु में विंग कमांडर शिलादित्य बोस और स्थानीय निवासी कॉल सेंटर कर्मचारी विकास कुमार के बीच हुए झगड़े ने अब नया मोड़ ले लिया है. एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वायुसेना अधिकारी को विकास कुमार की पिटाई करते देखा जा सकता है. वीडियो में उनकी पत्नी उन्हें रोकने की कोशिश करती नजर आ रही हैं.
हालांकि अधिकारी ने सोशल मीडिया पर दावा किया था कि बेंगलुरु में रोड रेज की घटना में एक स्थानीय निवासी बाइक सवार विकास कुमार ने उन पर हमला किया. उन्होंने उसके खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई. अब इस मामले में विकास कुमार ने भी शिकायत दर्ज कराई है. मामले में नया मोड़ आने के बाद विकास कुमार की शिकायत और घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बेंगलुरु पुलिस ने विंग कमांडर शिलादित्य बोस के खिलाफ मामला दर्ज किया है. ये घटाना सोमवार सुबह 6 बजकर 20 मिनट पर हुई. घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हैं.
विकास ने अपनी शिकायत में किया ये दावा
शिकायतकर्ता विकास के अनुसार, झगड़ा तब शुरू हुआ जब एक लाल रंग की कार ने उनकी बाइक का रास्ता रोक लिया. विकास ने अपनी शिकायत में दावा किया कि बोस ने उनकी बाइक एक तरफ फेंक दी. उनका फोन तोड़ दिया और उन्हें धमकाते हुए कहा कि मैं वायुसेना का अधिकारी हूं. मेरे साथ खेल मत खेलो. शिलादित्य बोस ने उनको गाली दी. कॉलर पकड़ा और कार का दरवाजा खोलने के बाद उनके साथ मारपीट की.
शिलादित्य बोस ने अपने वीडियो में क्या कहा
हालांकि, बोस ने अपने वीडियो में और उनकी पत्नी ने शिकायत में दावा किया था कि बाइक सवार ने उन्हें गैर-कन्नड़ होने के कारण गाली दी थी. बोस ने वीडियो में कहा था कि उस आदमी ने मुझे कन्नड़ में गाली देनी शुरू कर दी. जब उसने डीआरडीओ का स्टिकर देखा, तो कहा कि तुम लोग डीआरडीओ के हो. फिर मेरी पत्नी को गाली दी. मैं बाहर निकला तो बाइक सवार ने मेरे माथे पर चाबी मार दी, जिससे खून बहने लगा.
पुलिस ने क्या कहा
वहीं अपनी शिकायत में अधिकारी की पत्नी मधुमिता ने आरोप लगाया कि बाइक सवार लापरवाही से बाइक चला रहा था. उसने उनकी कार को टक्कर मार दी. उन्होंने बताया कि बाइक सवार ने कहा कि तुम लोग डीआरडीओ से हो. यह कन्नड़ की भूमि है. देखो मैं क्या करता हूं. वहीं इस पूरे मामले में पुलिस ने पुष्टि की है कि दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला किया. पुलिस ने स्पष्ट किया कि यह कन्नड़ बनाम गैर-कन्नड़ का मामला नहीं है.