June 9, 2025 2:34 am
ब्रेकिंग
कौन हैं मैतेई नेता कानन सिंह, जिसकी गिरफ्तारी के बाद जल उठा मणिपुर जयमाला की प्रथा नहीं… सुनते ही भड़के बाराती, लड़की वालों का पीट-पीटकर किया ये हाल तमिलनाडु के लोग DMK सरकार के भ्रष्टाचार से हैं तंग… अमित शाह का स्टालिन सरकार पर हमला केंद्र का शासन होने के बावजूद मणिपुर में क्यों बहाल नहीं हो रही शांति? प्रियंका गांधी का बड़ा हमला मंगलुरु में बजरंग दल के पूर्व सदस्य सुहास शेट्टी की हत्या की NIA करेगी जांच, MHA ने जारी किया आदेश कानपुर के इस गांव में 34 परिवारों ने क्यों लगाए मकान बिक्री के पोस्टर? मंत्री तक पहुंची बात, फिर जो ... बरेली: IVRI के डॉक्टरों ने कर दिया कमाल, देसी तकनीक से कुत्ते का किया हिप रिप्लेसमेंट; पुलिस का डॉग ... हिंदू से लेकर मुस्लिम तक… 20 शादियां कीं, जो मिला उसी से विवाह, कहानी लुटेरी दुल्हन की जो साथ लेकर च... ‘गांव वालों कूद जाऊंगा…’ 100 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ा युवक, 3 घंटे तक काटा बवाल, पुलिस भी पहुंची दिल्ली में झुग्गियों पर बुलडोजर चलने पर संजय सिंह बिफरे, रेखा सरकार पर बोला हमला
मध्यप्रदेश

गोपनीय सर्वेक्षण में MP में नीमच जिला प्रथम, बेहतर पुलिसिंग को लेकर हुआ था सर्वे

नीमच। मध्यप्रदेश पुलिस विभाग द्वारा बेहतर पुलिसिंग को लेकर हुए गोपनीय सर्वे के नतीजे शुक्रवार को जारी हुए। इसमें पूरे मध्यप्रदेश में नीमच जिले ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। नीमच को 66.97 प्रतिशत अंक मिले है वहीं दूसरे नंबर पर भिंड जिला है, जिसे 64.95 अंक मिले है। नीमच की इस उपलिब्ध को लेकर पुलिस महकमें में उत्साह देखा जा रहा है।

नीमच पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने पहले पायदान पर आने पर नीमच पुलिस विभाग के स्टाफ का अनुकरणीय सहयोग बताया है। इस सर्वेक्षण में आम जनता से सीधे उनकी राय ली गई, जिसमें उन्होंने पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल और उनकी समर्पित टीम द्वारा किए जा रहे उत्कृष्ट पुलिसिंग की खुलकर प्रशंसा की। नागरिकों ने विशेष रूप से अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था बनाए रखने और त्वरित प्रतिक्रिया जैसे क्षेत्रों में पुलिस के प्रयासों को सराहा।

 उक्त गोपनीय सर्वेक्षण में 11 बिन्दुओं – पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जनता से व्यवहार, प्रथम सूचना रिपोर्ट को विलम्ब से लेख करना अथवा सही धाराओं में न लेख किया जाना, चरित्र सत्यापन में विलंब, झूठा अपराध पंजीबद्व करना अथवा प्रकरण में गलत व्यक्ति को आरोपी बनाया जाना, पुलिस द्वारा अकारण मारपीट करना अथवा परेषान करना, पुलिस द्वारा बच्चों, महिलाओं के गुम होने, घरेलु हिंसा, पॉक्सों एक्ट से संबंधित प्रकरण दर्ज करने में विलम्ब करना, यातायात पुलिस द्वारा शिकायत पर समय से कार्यवाही न करना, माननीय न्यायालय में प्रकरण विलम्ब से प्रस्तुत करना, पुलिस द्वारा किसी पक्ष से मिलकर दबाव में सही कार्यवाही न किया जाना, ऑनलाईन सेवा समय से प्रदाय किया जाना एवं पासपोर्ट सत्यापन में विलम्ब पर आमजन के मध्य गोपनीय सर्वेक्षण कराया गया था।

Related Articles

Back to top button