June 9, 2025 9:49 pm
ब्रेकिंग
पश्चिम बंगालः विधानसभा में सैन्य संघर्ष पर पेश होगा प्रस्ताव, ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम गायब मोदी सरकार 11 साल का जश्न मना रही, उधर ट्रेन से गिरकर लोगों की हुई मौत… राहुल गांधी ने क्या-क्या लगा... परिवार से कर सकेगा बात… मुंबई हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को मिली ये इजाजत, कोर्ट ने जेल से मांगी ये ... कोरोना के बाद केरल पर एक और संकट, बढ़ रहे हेपेटाइटिस के मामले भिखारी को भी उससे ज्यादा मिल जाएगा… नीतीश कुमार की 400 रुपए की पेंशन पर प्रशांत किशोर का सीधा हमला रांची में पिटे ट्रैफिक पुलिसकर्मी, ऑटो वालों ने दौड़ा-दौड़ाकर मारा; एक की हालत गंभीर बांग्लादेश प्रोटेस्ट से जुड़े न्यूटन दास का बंगाल के वोटर लिस्ट में नाम, जांच शुरू बिहार के मरीजों को अब नहीं जाना पड़ेगा बाहर, पटना के PMCH का कायाकल्प तकरीबन पूरा 23 गर्लफ्रेंड, अश्लील Video और ब्लैकमेल… मथुरा का ‘इमरान’, जिसके टारगेट पर थीं 50 लड़कियां राजा रघुवंशी की हत्या के ये 5 गुनहगार, कैसे 3 राज्यों की पुलिस को 17 दिन तक छकाते रहे?
पंजाब

पंजाब की इस गौशाला में जीवन से जूझती गायें, 6 की मौ’त, अरबों के काऊ सैस पर उठे सवाल

कपूरथला प्रशासन के तहत चल रही कमालपुर गौशाला इन दिनों भारी बदहाली और अव्यवस्थाओं का शिकार बनी हुई है। गौ सेवा में सक्रिय समाजसेवी दीपक ज्योति और हरजीत ने हाल ही में फिर गौशाला का निरीक्षण कर वहां की नारकीय स्थिति का खुलासा किया है।

उन्होंने आरोप लगाया कि गौवंश की देखभाल के नाम पर वसूले गए अरबों रुपये के काऊ सैस का प्रशासनिक स्तर पर सही उपयोग नहीं हो रहा है। गौरतलब है कि दीपक ज्योति और हरजीत ने इसी साल 30 मार्च को भी इसी गौशाला का दौरा करके कई कमियों को गिनाया था पर उसके बावजूद कोई सुधार नहीं दिखा ।

गौ सेवक दीपक ज्योति ने बताया कि गौशाला में गायों को न तो हरा चारा मिल रहा है और न ही पीने के लिए स्वच्छ पानी की व्यवस्था है। सिर्फ तूड़ी खिलाई जा रही है, जो पोषण की दृष्टि से बेहद कमजोर होती है। गौशाला में न सफाई का उचित प्रबंध है और न ही गायों को मौसम की मार से बचाने के लिए पूरी तरह से छाया या शैड की सुविधा। कई गाय खुले में धूप और गर्मी में तड़पने को मजबूर हैं।

सबसे दुखद स्थिति तब सामने आई जब दौरे के दौरान गौशाला में 6 मृत गायों के शव पड़े मिले। कई अन्य गायें भी बीमार अवस्था में थीं, लेकिन उनके उपचार के लिए डॉक्टर या चिकित्सा सुविधा की सही व्यवस्था नहीं थी। दीपक ज्योति ने कहा कि गायें बोल नहीं सकतीं, लेकिन उनकी पीड़ा देखकर आंखें नम हो जाती हैं।

यदि सरकार ने गौशाला का नियंत्रण अपने हाथ में लिया है, तो उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी सरकार की ही बनती है। गौ सेवकों ने कपूरथला के डिप्टी कमिश्नर और संबंधित प्रशासन से मांग की कि गौशाला की नियमित निगरानी की जाए और जल्द से जल्द वहां भोजन, पानी, छाया और चिकित्सा सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए।

Related Articles

Back to top button