ट्रंप की एक ना चली, एपल ने इंडिया में खड़ा कर दिया 30,000 एम्प्लॉइज के लिए हॉस्टल

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल के दिनों एक हैरान कर देने वाली बता कही थी उन्होंने कहा कि वो नहीं चाहते हैं कि एपल अपने प्रोडक्शन का और ज्यादा विस्तार भारत में करें. इसकी जगह वो अमेरिका में फोकस करें. इसपर एपल के सीईओ टिम कुक ने कहा कि अमेरिका में बिकने वाले अधिकांश आईफोन चीन के बजाय भारत में बनाए जाएंगे और कंपनी इस योजना पर आगे बढ़ती दिख रही है.
कंपनी ने किया 2.56 बिलियन डॉलर का निवेश
दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता कंपनी अपने देवनहल्ली प्लांट में 2.56 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है. यह देवनहल्ली के डोड्डागोल्लाहल्ली (Doddagollahalli) और चप्परादाहल्ली (Chapparadahalli) गांवों में फैला हुआ है, जो बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से 34 किमी दूर है. जबकि फॉक्सकॉन ने फेस 1 (2023-24) में लगभग 3,000 करोड़ रुपए का निवेश किया, दूसरे फेस (2026-27) में भी निवेश लगभग इतनी ही राशि का है. इस साल दिसंबर तक 100,000 iPhone मैन्युफैक्चरिंग टारगेट होने की संभावना है.
30,000 एम्प्लॉइज के लिए हॉस्टल
ईटी के रिपोर्ट के मुताबिक, महिलाओं को इसमें ज्यादा प्राथमिकता मिलेगी. कंपनी इसके लिए हॉस्टल बना रही है. जिसमें करीब 30,000 कर्मचारी रह सकते हैं, जिससे यह भारत में इस तरह की सबसे बड़ी सुविधा बन जाएगी. उन्होंने कहा कि हॉस्टल का काम इस साल के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है.जो चीन के बाद दूसरे स्थान पर है. अपने चीन मॉडल के अनुरूप ही, कंपनी ने तमिलनाडु में भी अपने श्रीपेरंबुदूर यूनिट के कर्मचारियों के लिए हॉस्टल बनाए हैं. इन हॉस्टल में करीब 18,000 कर्मचारी रह सकते हैं.
30,000 कर्मचारियों में से 50-80% महिलाएं हैं
फॉक्सकॉन के कर्मचारियों ने ईटी को बताया कि महिलाओं को आवास के लिए प्राथमिकता दी जाएगी क्योंकि देवनहल्ली में 30,000 कर्मचारियों में से 50-80% महिलाएं हैं. प्रोजेक्ट एलीफेंट फॉक्सकॉन की चीन+1 रणनीति का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य उस देश से बाहर प्रोडक्शन में डाइवर्सिटी लाना है. इसके साथ ही कर्मचारियों ने बताया कि कुछ iPhone वेरिएंट की असेंबली मई में शुरू हुई थी जबकि दूसरे की अगस्त में शुरू होगी. सितंबर में आईफोन 17 के लॉन्च से पहले काम जोरों पर है, कंपनी यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है कि उसकी डॉर्म सुविधा पटरी पर रहे.