June 8, 2025 10:11 pm
ब्रेकिंग
कौन हैं मैतेई नेता कानन सिंह, जिसकी गिरफ्तारी के बाद जल उठा मणिपुर जयमाला की प्रथा नहीं… सुनते ही भड़के बाराती, लड़की वालों का पीट-पीटकर किया ये हाल तमिलनाडु के लोग DMK सरकार के भ्रष्टाचार से हैं तंग… अमित शाह का स्टालिन सरकार पर हमला केंद्र का शासन होने के बावजूद मणिपुर में क्यों बहाल नहीं हो रही शांति? प्रियंका गांधी का बड़ा हमला मंगलुरु में बजरंग दल के पूर्व सदस्य सुहास शेट्टी की हत्या की NIA करेगी जांच, MHA ने जारी किया आदेश कानपुर के इस गांव में 34 परिवारों ने क्यों लगाए मकान बिक्री के पोस्टर? मंत्री तक पहुंची बात, फिर जो ... बरेली: IVRI के डॉक्टरों ने कर दिया कमाल, देसी तकनीक से कुत्ते का किया हिप रिप्लेसमेंट; पुलिस का डॉग ... हिंदू से लेकर मुस्लिम तक… 20 शादियां कीं, जो मिला उसी से विवाह, कहानी लुटेरी दुल्हन की जो साथ लेकर च... ‘गांव वालों कूद जाऊंगा…’ 100 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ा युवक, 3 घंटे तक काटा बवाल, पुलिस भी पहुंची दिल्ली में झुग्गियों पर बुलडोजर चलने पर संजय सिंह बिफरे, रेखा सरकार पर बोला हमला
सरगुजा संभाग

*मुख्यमंत्री बिष्णु देव साय की पहल पर कुनकुरी-रनपुर मार्ग पर ईब नदी पर बनेगा उच्चस्तरीय पुल

4.86 करोड़ की लागत से 120 मीटर पुल का किया जाएगा निर्माण

जशपुरनगर, 04 जून 2025/ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की पहल पर जिले में विकास के कार्य तेजी से संचालित हो रहे हैं। इससे जिले की तस्वीर बदलने लगी है। अधोसंरचना निर्माण कार्यों की लगातार मिल रही स्वीकृति और निर्माण कार्यों में गति पकड़ने से सुदूर अंचल मुख्य पहुंच मार्ग से जुड़ने लगे है। इससे विकासकार्यो को संचालित करने में आसानी हो रही है। इसी कड़ी में जशपुर के कुनकुरी-रनपुर मार्ग पर ईब नदी पर 120 मीटर उच्चस्तरीय पुल एवं पहुंच मार्ग का निर्माण कार्य कराया जाएगा। 4 करोड़, 86 लाख, 85 हजार की लागत से बनने वाली इस पुल के निर्माण की प्रशासकीय स्वीकृत मिल चुकी है।

*पुल बन जाने से 8 ग्रामों के 10,500 से अधिक निवासियों को होगा लाभ*

इस पुल के बन जाने से 8 ग्रामों में 10,500 से अधिक निवासियों को इसका लाभ मिलेगा। ग्रामीणों को बरसात के दिनों में हो रही असुविधा से मुक्ति मिलेगी और विकासकार्यों को गति मिलेगी। शासकीय योजनाएं भी बरसात के दिनों में आसानी से संचालित हो सकेगी। पुल के निर्माण होने से बरसात के मौसम में छात्र आसानी से स्कूल और कॉलेज जा सकेंगे। आपात स्थिति में एम्बुलेंस की पहुंच आसान होगी। इससे मरीजों को समय पर इलाज हो सकेगा। किसानों द्वारा उत्पादित फसल बरसात के दिनों में भी आसानी से बाजार तक पहुंच पाएगी और नदी की तेज बहाव भी राशन सामग्री और अन्य जरूरत की चीजें की पहुंच पर बाधा नहीं बनेगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button