13 किलो पैंगोलिन स्केल्स के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार, आनोखा है यह जीव, जाने कैसे

, जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में वन्य जीव अपराधों के खिलाफ वन विभाग की टीम हमेशा सतर्क रहती है। वन विभाग की संयुक्त टीम ने तस्करों के पास से पैंगोलिन की छाल बरामद किया है। वन विभाग ने आरोपी तस्करों को गिरफ्तार भी कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, बस्तर वनमंडल के परपा क्षेत्र स्थित एक घर में पैंगोलिन की छाल होने की सूचना वन विभाग को मिली थी। सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए टीम ने छापेमारी कर दुर्लभ और संरक्षित प्रजाति के वन्य जीव पैंगोलिन की 13 किलो स्केल्स (छाल) के साथ दो तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़े गए दोनों को आरोपी बीजापुर जिले के निवासी हैं। प्रारंभिक पूछताछ में उन्होंने बताया कि स्केल्स को पामेड़ अभ्यारण्य और इंद्रावती टाइगर रिजर्व के अंतर्गत आने वाले गांव पुजारी कांकेर और सेंड्रा से इकट्ठा किया गया था। जिसे जगदलपुर में बेचने के लिए ग्राहक की तलाश की जा रही थी।
अंतरराज्यीय नेटवर्क से जुड़े तस्कर
पूछताछ में आरोपियों ने वन अधिकारियों के समक्ष कई महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की हैं। जिससे अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क की जानकारी सामने आई है। विभाग द्वारा इस नेटवर्क को ध्वस्त करने की दिशा में आगे की कार्रवाई की जा रही है। गिरफ्तार तस्करों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उनके विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 (संशोधित 2022) के अंतर्गत अपराध दर्ज कर 14 दिनों की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।
क्यों होती है पैंगोलिन के शल्क की तस्करी
आपको बता दें कि पेगोलिन एक आनोखा वन्य जीव है जिसका पूरा शरीर कठोर शल्कों से ढका रहता है। पैंगोलिन एकमात्र ऐसा स्तनधारी जीव है, जिसके शरीर पर कठोर शल्क पाए जाते हैं।
ये शल्क केरोटीन के बने होते हैं। जिसका उपयोग कई प्रकार की दवाइयां बनाने में होता है। इसी वजह से इस वन्य जीव की तस्करी की जाती है। पैंगोलिन की एक खासियत यह होती है कि उसे खतरा महसूस होने पर वह अपने शरीर को शल्क के भीतर गोलकर बंद कर लेता है। साथ ही