पहले गूगल पर सर्च किया सबसे सुरक्षित शहर, फिर उसी शहर में दो महिला सहित 9 लोग करने लगे शर्मनाक काम, तरीका जानकर पुलिस भी हैरान

भिलाई: कभी चंबल के डाकूओं की पूरे देश में चर्चा होती थी, लेकिन अब जमाना बदल गया है और अब चर्चा ऑनलाइन ठगी की होती है। लोगों को शिकार बनाने के लिए ठग आजकल ऐसे—ऐसे हथकंडे अपना रहे हैं जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे। ठगी का ऐसा ही एक हैरान कर देने वाला मामला छत्तीसगढ़ के भिलाई से सामने आया है, जहां 7 पुरुष और दो महिलाओं ने हजारों डॉलर की ठगी की है। फिलहाल पुलिस ने दो महिला सहित 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है।
दुर्ग एसएसपी विजय अग्रवाल ने बताया कि दुर्ग के भिलाई के चौहान टाउन के फ्लैट नंबर B2 में एक अंतरराष्ट्रीय ठगों का गिरोह संचालित हो रहा था। ठगों की सूचना मिलने के बाद पुलिस ने फौरन एक टास्क टीम बनाकर चौहान टाउन के B2 फ्लैट में छापा मार कार्रवाई की। इस दौरान मौके पर पुलिस की टीम को दो महिला सहित 9 लोग मिले, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। सभी से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबूल करते हुए ठगी का तरीका भी बताया। वहीं आरोपियो का मुख्य सरगना अर्जुन शर्मा एक होटल में रुका हुआ था, जिसे आरोपियों की निशानदेही पर गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में सभी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
उन्होंने आगे बताया कि दुर्ग पुलिस को इस छापेमारी के दौरान फर्जी इंटरनेशनल मोबाइल नंबर के माध्यम से यूएसए और कनाडा के नागरिकों के मोबाइल में और कंप्यूटर में वायरस बग भेज कर वायरस को हटाने के लिए टेलीग्राम ग्रुप का उपयोग किया जाता था। गिरफ्तार आरोपी लोगों को वायरस हटाने के लिए उन्हें जाल में फंसाया जाता और 80 से लेकर 200 डॉलर तक ऐंठ लिए जाते थे। ठगों द्वारा यह सभी डॉलर ई वॉलेट में लिए जाते थे। ई वॉलेट में डॉलर आने के बाद उसे क्रिप्टोकरंसी के माध्यम से अर्जुन शर्मा के अकाउंट मे भेजा जाता था। इसके एवज में अर्जुन शर्मा कस्टमर केयर में काम करने वाले सभी लोगों को 25 से 30 हजार रुपए सैलरी दिया करता था। हैरानी की बात तो ये है कि आरोपियों ने ठगी करने से पहले गूगल पर सर्च किया कि सबसे सुरक्षित शहर कौन सा है? गूगल ने जब भिलाई को सबसे सुरक्षित शहर बताया तो ठगों ने उसी शहर के लोगों को अपना निशाना बना लिया।
वहीं आरोपियों ने अब तक यूएसए और कनाडा के सैकड़ो लोगों को इसी तरह अपने जाल में फंसा कर उनसे करोड़ों रुपए ऐंठ चुके हैं। सभी आरोपी मेघालय शिलांग बिहार के रहने वाले है। वही आरोपियों के पास से 12 कंपनियों के लैपटॉप 14 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल इंटरनेट वाई-फाई राउटर दर्जनो बैंकों के अकाउंट डिटेल पासबुक और एटीएम,क्रेडिट कार्ड भी बरामद किए गए।फिलहाल इस पूरे मामले पर दुर्ग पुलिस को 3 लाख 38 हजार नगद सहित लाखों रुपए के सामान बरामद किए गए हैं। तो वहीं अब इस पूरे मामले पर दुर्ग पुलिस गिरोह के सरगना तक पहुंचने पतासाजी कर रही है।