बेंगलुरु में पीएम मोदी ने 3 वंदे भारत एक्सप्रेस रेलगाड़ियों को दिखाई हरी झंडी, ट्रेन में बच्चों से की बात

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बेंगलुरु के सिलिकॉन वैली पहुंचकर तीन नई वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई. इसमें बेंगलुरु से बेलगावी, अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटरा और नागपुर (अजनी) से पुणे तक की ट्रेनें शामिल हैं उन्होंने इस कार्यक्रम के दौरान बेंगलुरू मेट्रो की येलो लाइन का भी उद्घाटन किया, मेट्रो नेटवर्क की तीसरे चरण की आधारशिला रखी और अंत एक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे.
पीएम मोदी ने अपने बेंगलुरु दौरे से पहले सोशल मीडिया अकाउंट पर एक पोस्ट साझा की थी, जिसमें उन्होंने लिखा था कि कल 10 अगस्त को बेंगलुरु के लोगों के बीच होने की उम्मीद है. केएसआर रेलवे स्टेशन से, 3 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जाएगी, जिससे कनेक्टिविटी बढ़ेगी. इसके आगे उन्होंने लिखा था कि बेंगलुरु के शहरी बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए, बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन भी किया जाएगा. बेंगलुरु मेट्रो चरण-3 की आधारशिला रखी जाएगी. इसके अलावा शहर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम को भी संबोधित करेंगे
बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का किया उद्घाटन
वंदे भारत को हरी झंडी दिखाने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने आरवी रोड (रागीगुड्डा) से बोम्मासंद्रा तक बेंगलुरु मेट्रो की 19 किलोमीटर लंबी येलो लाइन का उद्घाटन किया. यह 16 स्टेशनों के जरिए कई प्रमुख केंद्रो को एक साथ जोड़ेगी. मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण के तहत लगभग 7,160 करोड़ रुपये की लागत से बनी हुई येलो लाइन बेंगलुरु के परिचालन मेट्रो नेटवर्क को 96 किलोमीटर से अधिक दूरी तक ले जाएगी. जिससे लाखों दैनिक यात्रियों को लाभ होगा.
इसके अलावा, मोदी बेंगलुरु मेट्रो के 15,610 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी परियोजना के तीसरे चरण की आधारशिला रखेंगे. इस परियोजना में 44 किलोमीटर से ज्यादा एलिवेटेड ट्रैक और 31 स्टेशन शामिल होंगे. जिससे शहर का सार्वजनिक परिवहन ढांचा और मजबूत होगा और भीड़भाड़ भी कम होगी.
इतनी हुई देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को केएसआर के बेंगलुरु रेलवे स्टेशन पर तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. जिसके बाद अब देश में वंदे भारत ट्रेनों की कुल संख्या 150 हो गई है. कर्नाटक में अब ऐसी 11 ट्रेने है. इनमें केएसआर बेंगलुरु-बेलगावी सेवा, श्री माता वैष्णो देवी कटरा-अमृतसर सेवा और नागपुर (अजनी)-पुणे सेवा शामिल हैं. जबकि महाराष्ट्र, पंजाब और जम्मू-कश्मीर को अपने हाई-स्पीड रेल नेटवर्क को बढ़ावा मिला है.