August 16, 2025 12:59 am
ब्रेकिंग
स्वतंत्रता दिवस समारोह: मुख्यमंत्री ने 35 पुलिस अधिकारियों एवं जवानों को पुलिस पदकों से किया सम्मानि... छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव – संस्कृति और गौरव का होगा भव्य उत्सव : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 79वें स्वतंत्रता दिवस (15 अगस्त 2025) की संध्या पर रेलवे सुरक्षा बल द्वारा बैंड डिस्प्ले का आयोजन स्वास्थ्य मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य के लिए उर्मिला चौहान सहित अन्य को किया सम्मानित पत्थलगांव में हर्सोल्लास के साथ मना स्वतंत्रता दिवस, विधायक गोमती साय ने ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ... नगर पंचायत अध्यक्ष ने जयस्तंभ चौक में फहराया झंडा जोगपाल में 79वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया संकल्प शिक्षण संस्थान में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में 79वां स्वतंत्रता दिवस गरिमापूर्ण ढंग से मनाया गया । जन-जन की सहभागिता से साकार होगा विकसित छत्तीसगढ़ का सपना: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय
देश

2023 के छात्रों ने मांगी JEE एडवांस में शामिल होने की इजाजत, SC ने दिया झटका

जेईई एडवांस्ड एग्जाम 2025 में शामिल होने के लिए 2023 बैच के छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी. इस मामले में सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया है. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह नीतिगत क्षेत्र का मामला है और कोर्ट को शिक्षा के मामलों में कम हस्तक्षेप करना चाहिए. 18 मई को जेईई मेन परीक्षा का आयोजन किया जाना है जिसके लिए 18 छात्रों ने कहा था कि वह पहले पात्र थे लेकिन बाद में उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया.

चलिए पूरा मामला जानते हैं… दरअसल 2023 में 12वीं पास कर चुके कुछ छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें जेईई एडवांस्ड 2025 में बैठने की अनुमति दी जाए. इस अपील पर सुनवाई करते हुए 27 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार, जॉइंट एडमिशन बोर्ड और संबंधित पक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. इस मामले में सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस बीआर गवई और ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की बेंच ने की.

इस मामले में पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने 21 अप्रैल को अगली सुनवाई की तारीख दी थी. 18 छात्रों ने याचिका लगाई थीं कि उन्हें जेईई एडवांस्ड में शामिल होने की अनुमति दी जाए साथ ही इस एग्जाम को अटेंप्ट करने के चांस तीन करने का आदेश दिया जाए. हालांकि इन दोनों ही पक्षों पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की और याचिका को खारिज कर दिया. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट की बेंच ने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग का मामला है जो कि नीतिगत क्षेत्र का है. इस दौरान पीठ ने यह भी कहा कि कोर्ट को शिक्षा के मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए.

क्यों है जेईई एडवांस जरूरी

दरअसल जॉइंट एडमिशन बोर्ड यानी जेएबी जेईई एडवांस्ड एग्जाम का आयोजन कराता है. देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आईआईटी में एडमिशन के लिए इस एग्जाम को देना जरूरी होता है. इस एग्जाम को अटेंप्ट करने के लिए सिर्फ 2 ही चांस दिए गए हैं. जिसमें 12वीं पास करने के बाद छात्र जेईई मेन्स एग्जाम दे सकते हैं और इसके बाद जेईई एडवांस एग्जाम दे सकते हैं.

Related Articles

Back to top button