जालंधर मेयर का Ward बना बड़ी सिरदर्दी, मुसीबत में लोग, जानें क्या हैं हालात

जालंधर : जालंधर नगर निगम के अधिकारियों ने भले ही शहर की समस्याओं को हल करने के लिए फील्ड में उतरना शुरू किया हो, लेकिन कुछ समस्याएं ऐसी हैं, जिन पर निगम, ट्रैफिक पुलिस और स्वास्थ्य विभाग का कोई ध्यान नहीं है। ऐसी ही एक बड़ी समस्या है बस्ती बावा खेल नहर की पुली के पास लगने वाली मंडी, जो मेयर वनीत धीर या उनके पड़ोस के वार्ड में आती है। यह मंडी न केवल स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है, बल्कि ट्रैफिक जाम और अवैध कब्जों के कारण पूरे क्षेत्र में अराजकता का माहौल पैदा कर रही है।
पिछले कई सालों से नहर किनारे लगने वाली इस मंडी में सस्ता मीट, मछली, सब्जी, फल, मसाले, कपड़े और बर्तनों की रेहड़ियां लगती हैं। मंडी में सैंकड़ों रेहड़ियों की संख्या के कारण हर समय ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। नहर की पुली से मधुबन कॉलोनी, बाबूलाभ सिंह नगर और अन्य क्षेत्रों को जाने वाले लोग इस जाम से परेशान हैं। रेहड़ियां अक्सर पुली के ऊपर तक लग जाती हैं, जिससे कपूरथला हाईवे पर वाहन रेंग-रेंगकर चलते हैं। ट्रैफिक पुलिस ने इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया और न ही हाईवे किनारे लगने वाली रेहड़ियों को हटाने का कभी प्रयास किया।
यहां सरेआम होती है रॉन्ग साइड ड्राइविंग, सही चलने वालों को आती है परेशानी
मंडी के कारण लोग पुली से रॉन्ग साइड मुड़कर बस्ती बावा खेल या 120 फीट रोड की ओर जाते हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस ने इस पर कभी कार्रवाई नहीं की। इस कारण सही साइड पर वाहन चलाने वालों को बहुत परेशानी आती है और हर रोज एक्सीडैंट भी होते हैं । पहले यह मंडी केवल बस्ती बावा खेल साइड पर लगती थी, लेकिन अब हरदेव नगर साइड की सरकारी जमीन पर भी रेहड़ियां लगने लगी हैं। इस सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे बढ़ रहे हैं, लेकिन नगर निगम का तहबाजारी विभाग इस ओर पूरी तरह उदासीन है। इतना ही नहीं, अब जम्मू अस्पताल के सामने भी मंडी की रेहड़ियां लगने लगी हैं, जिससे पूरे क्षेत्र में अव्यवस्था फैल रही है। वहां भी अब रेहड़ियों कारण ट्रैफिक जाम रहने लगा है।
स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी चिंताजनक, खुले में बिकता है हल्की क्वालिटी का मीट
नहर किनारे लगती इस मंडी में मुर्गा, बकरा और मछली का मीट खुले में स्टालों पर बेचा जाता है, जो ज्यादातर हल्की क्वालिटी का और बेहद सस्ता होता है। इन स्टालों के आसपास गंदगी का अंबार रहता है। स्वास्थ्य विभाग ने आज तक इस मंडी में मीट और मछली की क्वालिटी की कोई जांच नहीं की। यहां तक कि प्रतिबंधित मछली भी बिकने की शिकायतें हैं, लेकिन विभाग ने एक-दो बार औपचारिक चैकिंग कर खानापूर्ति कर ली। नगर निगम ने भी कुछ चालान काटकर अपनी जिम्मेदारी पूरी कर ली, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
बस्ती बावा खेल नहर की पुली पर सड़क के बीच रेहड़ियां लगने से सबसे ज्यादा परेशानी हो रही है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस और स्वास्थ्य विभाग इस मंडी को व्यवस्थित करें या इसे किसी अन्य स्थान पर शिफ्ट करें। लोगों का कहना है कि मंडी के कारण न केवल ट्रैफिक जाम और गंदगी की समस्या बढ़ रही है, बल्कि स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी पैदा हो रहा है। वार्ड 61 में एक्टिव आप नेत्री बलबीर कौर ने मांग की है कि नगर निगम, ट्रैफिक पुलिस और हैल्थ विभाग इस समस्या को अनदेखा न करे और इस मंडी का पक्का हल निकालें।