August 5, 2025 2:33 am
ब्रेकिंग
राज्य और पेंशनरों के हित में धारा 49 को विलोपित होना जरूरी - नीलकंठ टेकाम दिल्ली: 350 किस्म के आमों की प्रदर्शनी में दिखी भारत की झांकी…एलजी वीके सक्सेना ने किया उद्घाटन भूतेश्वर नाथ दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं का बोलेरो वाहन पलटा, दो की मौत, तीन गंभीर घायल बाल संप्रेषण गृह में किशोर आरोपित का फिल्मी गाना देखते वीडियो वायरल, सुरक्षा पर सवाल उत्तरी छत्तीसगढ़ में होगी जोरदार बारिश, बिजली गिरने के भी आसार... IMD की चेतावनी दो दिन से पानी की किल्लत से जूझ रहे 10 हजार से अधिक लोग, टंकी की सप्लाई ठप होने से हाल बेहाल राज्योत्सव पर मिलेगा नया विधानसभा भवन, 52 एकड़ में हो रहा निर्माण, जानें क्यों है खास छत्तीसगढ़ में मनमाना किराया वसूली पर लगेगा शिकंजा, नियम न मानने पर टूरिस्ट बसों का परमिट होगा कैंसल पुलिस की बड़ी कामयाबी, 151 लापता बच्चों की तलाश कर पहुंचाया घर बिलासपुर में 21,992 राशन कार्ड संदिग्ध, खाद्य विभाग ने शुरू की जांच
हिमाचल प्रदेश

LoC के पास बनने लगे बंकर, सीजफायर के बीच जम्मू कश्मीर सरकार का बड़ा कदम

जम्मू कश्मीर सरकार ने सीमा पर संघर्ष विराम का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. केंद्र शासित प्रदेश की सरकार ने नियंत्रण रेखा (LoC) के पास सीमावर्ती निवासियों के लिए सामुदायिक बंकरों का निर्माण शुरू किया है. भारत-पाकिस्तान सीमा पर हाल ही में हुई तनातनी ने अधिकारियों को सामुदायिक बंकरों का निर्माण शुरू करने के लिए प्रेरित किया है.

उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में सीमा के पास नौगाम सेक्टर में सामुदायिक बंकरों का निर्माण शुरू किया है. पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच टकराव में सीमा पार से हुई गोलाबारी में यह इलाका बुरी तरह प्रभावित हुआ था. सिंधु जल संधि के निलंबन और पाकिस्तान को पानी की आपूर्ति रोके जाने के कारण दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है. इसलिए प्राथमिकता के आधार पर सात बंकरों का निर्माण किया जा रहा है.

स्थानीय लोगों ने प्रशासन के कदम को सराहा

जम्मू कश्मीर सरकार का यह कदम सीमावर्ती निवासियों के लिए काफी अहम है. पाकिस्तान के साथ संघर्ष में सबसे ज्यादा नुकसान सीमा के पास रहने वालों को ही भुगतना पड़ता है. स्थानीय लोगों ने प्रशासन के प्रति उनकी चिंताओं को दूर करने और बंकरों का निर्माण शुरू करने के लिए आभार व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि हाल ही में हुई तनातनी से वे डरे हुए हैं, जिससे उनकी रातों की नींद उड़ गई है और वे गहरी चिंता में हैं.

निवासियों ने कहा कि, भगवान न करे, अगर अतीत जैसी स्थिति फिर से पैदा होती है, तो वे इन बंकरों में शरण लेंगे. पिछली घटनाओं को याद करते हुए कई लोगों ने कहा कि उन्होंने हाल के सालों में ऐसी तनावपूर्ण और चिंताजनक स्थिति कभी नहीं देखी थी. हालांकि, भारत-पाकिस्तान के बीच फिलहाल सीजफायर घोषित है लेकिन सिंधु जल संधि समेत कई मुद्दों पर अभी भी तनाव बना हुआ है. ऐसे में बंकरों का निर्माण एक जिम्मेदारी भरा कदम है.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद से तनाव

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद से तनाव चरम पर है. भारतीय सेना ने इसके जवाब में 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में स्थित कई आतंकी शिविरों को नष्ट कर दिया. जिसके बाद पाकिस्तान और भारत के बीच चार दिन तक भीषण गोलीबारी हुई. इसमें पाकिस्तान के कई फाइटर जेट और एयरबेस तबाह हो गए. जिसके बाद 10 मई की शाम से पाकिस्तान के अनुरोध पर भारत ने सीजफायर पर सहमति जताई, जो अभी तक लागू है.

Related Articles

Back to top button