July 1, 2025 1:05 am
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धार्मिक

सावन के पहले सोमवार को करें ये उपाय, भोलेनाथ करेंगे हर मनोकामना पूरी!

देवों के देव महादेव को समर्पित पवित्र श्रावण मास, जिसे सावन का महीना भी कहा जाता है. इस साल 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगा. शिव भक्तों के लिए यह मास बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, खासकर इसमें पड़ने वाले सोमवार. सावन का पहला सोमवार 14 जुलाई को पड़ रहा है, जिसे भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त करने के लिए बहुत ही शुभ माना जा रहा है. मान्यता है कि जो भक्त सावन के सोमवार को पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा -पाठ करते हैं, उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं. सावन में की गई पूजा से भगवान शिव अपने भक्तों के कष्टों को हर लेते हैं और उन्हें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते है.

सावन 2025 कब से हैं?

पंचांग के अनुसार, इस साल श्रावण मास की शुरुआत 11 जुलाई 2025, शुक्रवार से हो रही है और समापन 9 अगस्त 2025, शनिवार को होगा.

सावन के पहले सोमवार को किए जाने वाले कुछ विशेष उपाय

शिवलिंग पर जलाभिषेक और रुद्राभिषेक

सावन के पहले सोमवार को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें. इसके बाद शिव मंदिर जाकर शिवलिंग पर शुद्ध जल, गंगाजल और दूध से अभिषेक करें. यदि संभव हो तो रुद्राभिषेक का पाठ भी करवाएं. इससे भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं और आपकी सभी बाधाएं दूर होती हैं.

बेलपत्र, धतूरा और आक के फूल चढ़ाएं

भगवान शिव को बेलपत्र, धतूरा और आक के फूल अत्यंत प्रिय हैं. सावन के पहले सोमवार को शिवलिंग पर कम से कम 11 बेलपत्र अर्पित करें. प्रत्येक बेलपत्र पर ‘ॐ नमः शिवाय’ लिखें. इसके अलावा धतूरा, भांग, शमी पत्र और सफेद आक के फूल भी चढ़ाएं.

चंदन और भस्म का तिलक लगाएं

शिवलिंग पर चंदन का लेप लगाएं और भगवान शिव को भस्म अर्पित करें. यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मकता लाता है.

शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें

सावन के पहले सोमवार को पूरे दिन ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें. इसके साथ ही शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करना भी बेहद शुभ माना जाता है. महामृत्युंजय मंत्र का जाप गंभीर रोगों से मुक्ति और अकाल मृत्यु के भय से छुटकारा दिलाने में सहायक होता है.

दीपक प्रज्वलित करें

संध्या के समय शिव मंदिर में या अपने घर के पूजा स्थल पर गाय के घी का दीपक प्रज्वलित करें. इससे घर में सुख-समृद्धि आती है और वास्तु दोष दूर होते हैं.

व्रत का पालन करें

यदि आप सावन सोमवार का व्रत रखते हैं, तो इस दिन अन्न ग्रहण न करें. केवल फल, दूध और सात्विक आहार का सेवन करें. व्रत रखने से शारीरिक और मानसिक शुद्धि होती है, और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है.

गरीबों को दान करें

सावन के पहले सोमवार को अपनी श्रद्धा अनुसार गरीबों और जरूरतमंदों को अन्न, वस्त्र या धन का दान करें. दान-पुण्य करने से भगवान शिव प्रसन्न होते हैं और आपके जीवन में खुशहाली आती है.

प्रदोष काल में पूजा

प्रदोष काल (सूर्यास्त के समय) भगवान शिव की पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है. सावन के पहले सोमवार को प्रदोष काल में शिवलिंग पर जल चढ़ाएं और शिव मंत्रों का जाप करें.

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