छत्तीसगढ़
विपक्ष के हंगामे पर CM साय का जवाब, बिजली बिल जारी रहेगी सब्सिडी, उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा भार

रायपुर: विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को बिजली बिल वृद्धि का मामला जोरशोर से उठा। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने शून्यकाल में बिजली दरों में वृद्धि का मुद्दा उठाते हुए स्थगन प्रस्ताव के तहत चर्चा कराने की मांग की।
उन्होंने कहा कि बिजली दरों में वृद्धि से प्रदेश की जनता परेशान है, गरीब तबका आर्थिक बोझ झेल रहा है। जवाब में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि राज्य विद्युत नियामक आयोग द्वारा वर्ष 2025-26 के लिए मात्र 1.89 प्रतिशत की न्यूनतम वृद्धि की गई है। यह निर्णय पूरी पारदर्शिता के साथ जनसुनवाई के बाद लिया गया है।
साथ ही उन्होंने कहा कि घरेलू उपभोक्ताओं, स्टील और रोलिंग मिल उद्योगों ने भी इसे सराहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सब्सिडी जारी रहेगी और उपभोक्ताओं को किसी प्रकार का अतिरिक्त भार नहीं उठाना पड़ेगा। किसानों के लिए भी सब्सिडी जारी रहेगी।इधर, विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा कराने की मांग की।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने 33 विधायकों की ओर से मिली स्थगन सूचना की जानकारी दी और मुख्यमंत्री के जवाब के बाद स्थगन को अग्राह्य कर दिया।