सुरक्षाबलों के हाथ लगी बड़ी कामयाबी, अबूझमाड़ मुठभेड़ में दो महिला माओवादी ढेर

नारायणपुर: अबूझमाड़ के कोहकामेटा थाना क्षेत्र के घने जंगलों में सुरक्षाबलों को एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। माड़ डिवीजन के सक्रिय माओवादी कैडर की मौजूदगी की पुख्ता जानकारी के आधार पर डीआरजी (डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड) नारायणपुर, कोंडागांव एवं एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की संयुक्त टीम ने बीते शाम से सर्चिंग अभियान शुरू किया। गुरुवार सुबह तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने दो महिला माओवादियों को मार गिराया है।
घटनास्थल से काफी सामान बरामद
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मारी गई माओवादी महिला कैडर माड़ डिवीजन से जुड़ी थीं और लंबे समय से क्षेत्र में सक्रिय थीं। घटनास्थल से एक इंसास राइफल, एक 315 बोर का देशी हथियार, भारी मात्रा में मेडिकल सामग्री और माओवादी दस्तावेज बरामद किए गए हैं।
अन्य ठिकानों की हो रही जांच
मुठभेड़ को लेकर पुलिस विभाग ने बताया कि मारे गए माओवादियों की पहचान की प्रक्रिया अभी जारी है। माओवादियों की ओर से भारी गोलीबारी की गई, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता से अभियान सफल रहा सर्चिंग अभियान अब भी जारी है, और अन्य संभावित ठिकानों की तलाश की जा रही है।
बसव राजू की मौत से टूट गए माओवादी
बस्तर के अबूझमाड़ में एक माह पहले हुई बड़ी मुठभेड़ में माओवादी महासचिव बसव राजू की मौत (Basava Raju death) के बाद से माओवादियों की रणनीति और व्यवहार में बौखलाहट साफ झलक रही है। आत्मसमर्पित माओवादियों द्वारा दी गई खुफिया जानकारी के आधार पर हुई इस कार्रवाई में माओवादी संगठन को भारी नुकसान झेलना पड़ा।
निशाने पर आत्मसमर्पित माओवादी
बसव राजू के साथ माओवादी कंपनी नंबर-7 के 28 अन्य माओवादी भी मारे गए थे। इसके बाद से माओवादी संगठन आत्मसमर्पित माओवादियों को ही सबसे बड़ा खतरा मानते हुए उन्हें और उनके परिवारवालों को निशाना बना रहा है। बीते एक सप्ताह में तीन अलग-अलग घटनाओं में आत्मसमर्पित माओवादी या उनके परिवारवालों की निर्मम हत्या की गई है।
सबसे ताजा मामला बीजापुर जिले के पदेड़ा बाजार का है। यहां सोमवार को आत्मसमर्पित माओवादी से डीआरजी आरक्षक बने संतु पोटाम पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला किया गया। गंभीर रूप से घायल संतु को बीजापुर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। संतु पोटाम दो साल पहले सक्रिय माओवादी था।