June 8, 2025 7:44 pm
ब्रेकिंग
कौन हैं मैतेई नेता कानन सिंह, जिसकी गिरफ्तारी के बाद जल उठा मणिपुर जयमाला की प्रथा नहीं… सुनते ही भड़के बाराती, लड़की वालों का पीट-पीटकर किया ये हाल तमिलनाडु के लोग DMK सरकार के भ्रष्टाचार से हैं तंग… अमित शाह का स्टालिन सरकार पर हमला केंद्र का शासन होने के बावजूद मणिपुर में क्यों बहाल नहीं हो रही शांति? प्रियंका गांधी का बड़ा हमला मंगलुरु में बजरंग दल के पूर्व सदस्य सुहास शेट्टी की हत्या की NIA करेगी जांच, MHA ने जारी किया आदेश कानपुर के इस गांव में 34 परिवारों ने क्यों लगाए मकान बिक्री के पोस्टर? मंत्री तक पहुंची बात, फिर जो ... बरेली: IVRI के डॉक्टरों ने कर दिया कमाल, देसी तकनीक से कुत्ते का किया हिप रिप्लेसमेंट; पुलिस का डॉग ... हिंदू से लेकर मुस्लिम तक… 20 शादियां कीं, जो मिला उसी से विवाह, कहानी लुटेरी दुल्हन की जो साथ लेकर च... ‘गांव वालों कूद जाऊंगा…’ 100 फीट ऊंचे टावर पर चढ़ा युवक, 3 घंटे तक काटा बवाल, पुलिस भी पहुंची दिल्ली में झुग्गियों पर बुलडोजर चलने पर संजय सिंह बिफरे, रेखा सरकार पर बोला हमला
लाइफ स्टाइल

वाटर फास्टिंग क्या होती है? एक्सपर्ट से जानें इसके फायदे और नुकसान

आज के समय में वेट लॉस के लिए लोग कई तरह के प्रयास करते हैं. इसमें एक्सरसाइज के साथ ही सही डाइट भी शामिल है. आजकल कीटो और कई तरह की डाइट काफी ट्रेंड में हैं. जिसे अपनी पसंद के मुताबिक ही फॉलो करना चाहिए. इन्हीं सब में लिक्विड डाइट भी शामिल है, जिसमें सिर्फ लिक्विड चीजों का सेवन किया जाता है. वहीं इसी की तरह एक वॉटर डाइट भी होती है.

वॉटर डाइट जैसे की नाम से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसमें सिर्फ पानी पिया जाता होगा. लेकिन क्या यह सही है क्योंकि हमारे शरीर को सही कार्य करने के लिए सभी तरह के पोषक तत्वों की जरूरत होती है, तो ऐसे में वाटर फास्टिंग करने से शरीर को फायदा होता है या फिर नुकसान और इस दौरान की कई कौन-सी गलतियों से सेहत को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है.

क्या कहती हैं एक्सपर्ट?

दिल्ली के श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टीट्यूट में चीफ डायटिशियन प्रिया पालीवाल ने बताया कि वाटर डाइट एक ऐसी डाइट है जिसमें कुछ समय के लिए व्यक्ति सिर्फ पानी पीता है और कोई कठोर खाना नहीं खाते, इसे आमतौर पर वॉटर फास्टिंग भी कहा जाता है. वाटर डाइट शरीर को डिटॉक्स करने, वजन घटाने और पाचन तंत्र को आराम देने के लिए कभी-कभी अपनाई जा सकती है, लेकिन इसे बहुत सोच-समझकर और सीमित समय के लिए ही फॉलो करना चाहिए. ये डाइट शरीर को डिटॉक्स करने में मदद कर सकती है, इसके साथ भूख को कंट्रोल करना आसान हो सकता है और इंसुलिन लेवल भी बेहतर हो सकती है.

वाटर फास्टिंग के नुकसान

कुछ लोग इसे धार्मिक उपवास या मेंटल क्लेरिटी के लिए भी अपनाते हैं. लेकिन इसके नुकसान भी बहुत होते हैं. लंबे समय तक सिर्फ पानी पर रहना शरीर को कमजोर कर सकता है, चक्कर आना, थकान, लो ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर गिरना जैसी समस्याएं इस डाइट के कारण हो सकती हैं. खासकर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर या हार्ट से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे लोगों के लिए यह डाइट खतरनाक हो सकती है. वाटर डाइट शुरू करने से पहले हेल्थ चेकअप करवाना और अपने शरीर की जरूरत को जानना बहुत ही जरूरी है. इसे हमेशा एक्सपर्ट की सलाह पर ही करना चाहिए. इस दौरान खूब आराम करना होता है, एक्सरसाइज करने से बचें और शरीर में दिख रखें लक्षणों को समझें. अगर कमजोरी, मतली या सिर दर्द जैसी दिक्कत हो तो तुरंत डाइट बंद करें और कुछ हेल्दी खाएं.

कितने समय के लिए और कैसे करनी चाहिए?

एक्सपर्ट का कहना है कि एक या दो दिन से ज्यादा इस डाइट को नहीं कर सकते हैं. वो भी मेडिकल सुपरविजन में ही इस डाइट को फॉलो करना बहुत जरूरी होता है. इस डाइट को अपनाने से पहले यह जानना जरूरी है कि यह डाइट सभी के लिए नहीं है और इसका फायदा तभी होगा जब इसे सही तरीके से और सीमित समय के लिए किया जाए, वरना इससे सेहत को गंभीर नुकसान भी पहुंच सकता है. डॉक्टर की सलाह लेकर ही इस तरह की डाइट को अपनाना सबसे समझदारी और सुरक्षित रहता है.

Related Articles

Back to top button