August 5, 2025 1:17 pm
ब्रेकिंग
किसी पर लगा दाग तो कोई गया सलाखों के पीछे, वो राजनेता जो ‘बदनाम’ होने के बाद निकले पाक साफ गोंडा में चलती एंबुलेंस से सड़क पर फेंका शव, Video वायरल… पुलिस ने बताई पूरी सच्चाई मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की संवेदनशील पहल से संभव हुआ अंतिम दर्शन, मुंबई से गृह ग्राम हाथीबेड पहुंच... राज्य और पेंशनरों के हित में धारा 49 को विलोपित होना जरूरी - नीलकंठ टेकाम दिल्ली: 350 किस्म के आमों की प्रदर्शनी में दिखी भारत की झांकी…एलजी वीके सक्सेना ने किया उद्घाटन भूतेश्वर नाथ दर्शन करने जा रहे श्रद्धालुओं का बोलेरो वाहन पलटा, दो की मौत, तीन गंभीर घायल बाल संप्रेषण गृह में किशोर आरोपित का फिल्मी गाना देखते वीडियो वायरल, सुरक्षा पर सवाल उत्तरी छत्तीसगढ़ में होगी जोरदार बारिश, बिजली गिरने के भी आसार... IMD की चेतावनी दो दिन से पानी की किल्लत से जूझ रहे 10 हजार से अधिक लोग, टंकी की सप्लाई ठप होने से हाल बेहाल राज्योत्सव पर मिलेगा नया विधानसभा भवन, 52 एकड़ में हो रहा निर्माण, जानें क्यों है खास
देश

19 लोगों की मौत, 12,000 प्रभावित…नॉर्थ ईस्ट में बारिश और लैंडस्लाइड से तबाही

केरल में मानसून की दस्तक के बाद बारिश का दौर शुरू हो चुका है. इसके साथ ही मानसून नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में भी पहुंच चुका है. यही कारण है कि असम, मेघालय, मिजोरम, सिक्किम में पिछले 3 दिनों से लगातार भारी बारिश हो रही है. पिछले 24 घंटों के दौरान कई जगहों पर लैंडस्लाइड और बाढ़ जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ से 12 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.

मिजोरम, असम, मणिपुर, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है. यहां कई इलाकों की सड़कें बह गईं और घर तबाह हो चुके हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण हजारों लोग बेघर हो चुके हैं. जबकि कई स्थानों पर बचाव अभियान चल रहा है. मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में और अधिक बारिश की चेतावनी देते हुए कई पूर्वोत्तर राज्यों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है.

मलबे में दबे कई लोग

शुक्रवार देर रात दक्षिणी मिजोरम के लॉन्ग्टलाई शहर में लगातार बारिश के कारण हुए बड़े भूस्खलन में तीन इमारतें ढह गईं, जिसके बाद कम से कम आठ लोगों के फंसे होने की आशंका है. लगातार बारिश और सीमित उपकरणों के कारण बचाव कार्य बाधित हो रहे हैं. मलबे से अब तक दो घायल व्यक्तियों को निकाला गया है.मलबे के नीचे से मदद के लिए चीख-पुकार की आवाजें सुनाई दे रही थीं. भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-54 अवरुद्ध है, जिससे लॉन्ग्टलाई मिजोरम के सबसे दक्षिणी जिले सियाहा से कट गया है. उधर सिक्किम में भारी बारिश के कारण थेंग और चुंगथांग इलाकों में भूस्खलन से कई घर मलबे में दब गए.

मई महीने में ऐसी बारिश नहीं हुई पहले

इस बार मानसून समय से पहले ही दस्तक दे चुका है. पहले समय से 8 दिन पहले दोस्ती थी उसके बाद महारिकॉर्ड बना दिया. मानसून की दस्तक के बाद 30 मई तक 116.6 मिमी मानसूनी बारिश दर्ज की गई है. मई महीने में इतनी ज्यादा बारिश इससे पहले कभी दर्ज नहीं की गई है. इससे पहले मई में सबसे ज्यादा 110.7 मिमी बारिश 35 साल पहले यानी 1990 में हुई थी.

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग की मानें तो आने वाले कई दिनों तक बारिश से राहत मिलने की संभावना बेहद कम है. अगले सात दिनों के दौरान असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में भी भारी बारिश का अनुमान है. त्रिपुरा में मौसम विभाग ने राज्य में अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान व्यक्त किया है.

Related Articles

Back to top button