विपक्ष ने किया विधानसभा कार्यवाही का बहिष्कार, ED की कार्रवाई पर उठाए सवाल, स्थगन प्रस्ताव हुआ खारिज

रायपुर: छत्तीसगढ़ में शुक्रवार को जमकर सियासी बवाल मचा. एक तरफ भूपेश बघेल के बेटे को शराब घोटाला केस में ED ने गिरफ्तार किया है. भिलाई निवास से लेकर रायपुर लाने तक कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. भूपेश बघेल ने भी कहा कि, आज विधानसभा में पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठना था इसलिए साहेब ने ED को भेजा है. ऐसे में विधानसभा में भी हंगामा होना ही था.
कार्यवाही का विपक्ष ने किया बहिष्कार: विधानसभा में शुक्रवार की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने स्थगन प्रस्ताव लाया जिसे अध्यक्ष ने अस्वीकार कर दिया. ऐसे में विपक्ष ने हंगामा करते हुए कार्यवाही का बहिष्कार कर दिया. नेता प्रतिपक्ष कक्ष में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई. इसके बाद डॉक्टर चरणदास महंत, भूपेश बघेल सहित कांग्रेसी विधायक कोर्ट के लिए हुए रवाना हो गए.
आवाज दबाने की कोशिश: भूपेश बघेल ने कहा कि, पहले कवासी लखमा को टारगेट किया, देवेंद्र यादव को टारगेट किया. अब मेरे बेटे को पकड़ा गया है. ये अडानी के खिलाफ आवाज दबाने की साजिश है.
हम लोग ना डरेंगे, ना झुकेंगे, ना टूटेंगे. जंगल बचना चाहिए. पिछले बार सत्र में आने भी नहीं दिया गया था. – भूपेश बघेल
आज मानसून सत्र का आखिरी दिन था: यह विवाद उस समय सामने आया है जब शुक्रवार को छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का अंतिम दिन था. विधानसभा में विपक्ष के नेता चरण दास महंत ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, ED जिस तरह से छापे मार रही है, वह हम पर और हमारे परिवारों पर दबाव बनाने और प्रताड़ित करने की कोशिश है. हमारे बेटे को उसके जन्मदिन पर उठा लिया गया.
क्या है शराब घोटाले का मामला?: ED के अनुसार, यह कथित घोटाला 2019 से 2022 के बीच का है, जब राज्य में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार थी. अब तक करीब 205 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं.