बीजापुर में मलेरिया और उल्टी दस्त के मरीज बढ़े, अस्पताल में बेड पड़े कम

बीजापुर: बारिश होते ही मलेरिया और उल्टी दस्त से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. नदी के पास और नदी उस पार रहने वाले ग्रामीण सबसे ज्यादा उल्टी और दस्त के शिकार होकर अस्पताल पहुंच रहे हैं. मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते अस्पताल में मरीजों की लाइन लगी है. बीजापुर जिला मुख्यालय समेत भैरमगढ़ और आवापल्ली में मलेरिया और उल्टी दस्त के मरीज़ों की संख्या सबसे ज्यादा है.
मलेरिया और उल्टी दस्त के बढ़े मरीज: मरीजों की बढ़ती संख्या के चलते आलम ये है कि अस्पताल में मरीजों के लिए बेड कम पड़ गए हैं. मरीजों को फर्श पर लिटाकर इलाज किया जा रहा है. भैरमगढ़ कम्युनिटी हेल्थ सेंटर में मलेरिया से पीड़ित छात्रावास के 13 छात्रों को फर्श पर लिटाकर इलाज दिया जा रहा है. स्वास्थ्य केंद्र के सामने गैलरी में मरीजों को फर्श पर लिटाकर उनका उपचार डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा है. फिलहाल सभी मरीजों की हालत ठीक है. बुधवार को मरीजों की कुल संख्या 115 रही वहीं गुरुवार को मरीजों की संख्या 114 बताया गया है. सिर्फ एक मरीज ठीक होकर घर लौटा है.
भैरमगढ़ कम्युनिटी हेल्थ सेंटर: ब्लॉक मेडिकल ( BMO) डॉ. रमेश तिग्गा ने बताया कि भैरमगढ़ का हेल्थ सेंटर 30 बिस्तरों का है लेकिन फ़िलहाल 100 से ज़्यादा मरीज़ एडमिट हैं. बेड कम हैं जिसके चलते आंगन में बिस्तर लगाकर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है.
भोपालपटनम ब्लॉक: ब्लॉक मेडिकल ( BMO) डॉ. रमेश तिग्गा ने बताया कि ज्यादातर मरीज मलेरिया और उल्टी- दस्त के हैं. अस्पताल में ज्यादा सुविधाएं और बेड की व्यवस्था होती तो हम और बेहतर इलाज कर पाते. फिर ही हम सभी का अच्छे से इलाज कर रहे हैं. दवाओं की कमी नहीं है लेकिन दवाईयों के कंबिनेशन कम हैं. कमोबेस मलेरिया और बुखार क़े पीड़ित मरीजों की संख्या भोपालपटनम ब्लॉक में भी बढ़ते जा रही है. डॉक्टरों की कमी भी इलाज में दिक्कत पैदा करी है.
मलेरिया में ध्यान रखें: मलेरिया और उल्टी दस्त होने पर, शरीर को हाइड्रेटेड रखना, हल्के और सुपाच्य भोजन करना, और व्यक्तिगत स्वच्छता का ध्यान रखना जरुरी है. मलेरिया से बचने के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें. बीमार होने पर डॉक्टर से तुरंत सलाह लें, जबकि उल्टी दस्त के मामले में, ओआरएस का घोल पिएं और पानी उबाल कर इस्तेमाल में लाएं.