छत्तीसगढ़
भिलाई के मैत्रीबाग में सफेद बाघ की तादाद में लगातार हो रहा इजाफा

भिलाई: आज विश्व बाघ दिवस है. भिलाई का मैत्री बाग स्थित चिड़ियाघर सफेद बाघों के लिए देशभर में विख्यात है. यहां के सफेद बाघों को देखने के लिए देशभर से पर्यटक आते हैं. यहां पर सफेद बाघों की संख्या लगभग 7 के करीब है.व्हाइट टाइगर्स के संरक्षण के लिए मैत्रीबाग प्रबंधन लगातार कार्य कर रहा है.
मैत्री बाग के 13 व्हाइट टाइगर्स देशभर में भेजे: मैत्रीबाग प्रभारी डॉ एन के जैन ने बताया करीब 29 वर्ष पूर्व 1997 में मैत्री बाग जू में ओडिशा के भुवनेशवर नंदनकानन से सफेद बाघों का जोड़ा लाया गया. उसके बाद से लगातार यहां सफेद बाघों की संख्या में इजाफा हो रहा है. यहां से अब तक 13 सफेद बाघों को देश के 6 चिड़ियाघरों में भेजा गया है. जिनमें राजकोट, इंदौर, लखनऊ, रीवा, बोकारो और जंगल सफारी रायपुर भेजा गया है.
जंगल सफारी में बाघिन रक्षा ने दिए 4 बच्चे: मैत्रीबाग प्रभारी ने बताया कि जंगल सफारी में भेजी गई बाघिन रक्षा ने 4 बच्चों को जन्म दिया है. सफेद बाघ तापमान के काफी संवेदनशील होते हैं. गर्मी के दिनों में आर्टिफिशियल झरना और पानी उनके पिंजरे में भरना पड़ता है. ठंड में अलाव जलाना पड़ता है. डॉ एन के जैन ने बताया कि सफेद बाघों को देखने पर्यटक काफी संख्या में आतो हैं.
पर्यटकों ने बताया कि मैत्री बाग जू में आना काफी अच्छा लगता है. इसका रखरखाव भी काफी अच्छे से किया जा रहा है इसलिए बार बार यहां घूमने आते हैं. पर्यटकों को कहना है कि बच्चे यहां आकर काफी खुश आते हैं.