यहां मंदिर था, यहां दुकानें थीं… उंगली दिखाकर बताया मलबे में दबा गांव, महाप्रलय की ‘आंखों देखी’

उत्तरकाशी के हर्षिल इलाके में बादल फटने के बाद धराली गांव में भीषण सैलाब आ गया. बादल फटने से पानी तेजी से गांव में घुसा जिसमें टूटे हुए पहाड़ का मलबा शामिल था. सैलाब में आधा गांव डूब गया और दर्जनों लोग मकानों के अंदर सैलाब के नीचे फंस गए हैं. कई लोगों के मारे जाने की आशंका भी है. हादसा इतना भीषण था कि आधे गांव का नमोनिशान तक मिट गया है. जल प्रलय के कुछ वीडियोज भी सामने आए हैं जिनमें आप इस त्रासदी को देख सकते हैं. इन सब वीडियोज के अलावा एक प्रत्यक्षदर्शी ने भी वीडियो शेयर किया है जिसमें ताबाही के मंजर को देखा जा सकता है. शख्स ने वीडियो बनाने के साथ यह भी बताया है कि कैसे इस तबाही ने पूरे गांव को अपने आगोश में ले लिया है.
प्रत्यक्षदर्शी शख्स ने वीडियो शूट करके सोशल मीडिया पर शेयर किया है. वह सैलाब आने के बाद एक नजदीकी पहाड़ पर चढ़ा हुआ दिखाई दे रहा है. उसने जो वीडियो शूट किया है उसमें तबाही के खौफनाक मंजर को करीब से देखा जा सकता है. वीडियो में शख्स उन इलाकों को बता रहा है जहां पर पहले मार्केट था, मंदिर था और कई लोगों के घर बने हुए थे. शख्स वीडियो में कह रहा है कि ऐसा लग ही नहीं रहा है कि यहां पर पहले कुछ बना हुआ था.
खौफनाक मंजर देख सहमे लोग
उत्तरकाशी का धराली गांव इसलिए भी फेमस है क्योंकि उत्तराखंड के चारधाम की यात्रा के दौरान लोग यहां पर स्टे करते हैं. यह गांव गंगोत्री के करीब है. गांव के बीच से एक नदी निकल रही है जिसमें यह सैलाब आया है और देखते ही देखते करीब 50-60 लोग मलबे में दब गए. हालांकि और ज्यादा लोगों के फंसे होने की आशंका है. बादल फटने और गांव में सैलाब के आने की यह इस मौसम की सबसे बड़ी घटना है. बताया जा रहा है कि पिछले दो दिन से इस इलाके में भीषण बारिश हो रही थी. जिसके बाद यह हादसा हुआ है.
20 से ज्यादा का रेस्क्यू
धराली में सैलाब से मची तबाही के मामले में उत्तराखंड सरकार और केंद्र सरकार एक्शन मोड में है और कई रेस्क्यू टीमें मौके पर भेजी गई हैं. करीब 150 जवानों की टीम लोगों को बचाने में जुटी है. अभी तक जो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक धराली में 5 लोगों की मौत हुई है जबकि 20 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और अन्य बचावकर्मी लोगों के रेस्क्यू में लगे हुए हैं.