सम्यक क्रांति सुरजपुर के संपादक एस.के.‘रूप’ को पत्रकारिता एवं जनसेवा हेतु रमेश नैयर स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार किया गया प्रदान
राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस 21 अप्रैल को पीआरएसआई रायपुर का भव्य आयोजन संपन्न, कार्यक्रम में जनसंपर्क और पत्रकारिता क्षेत्र की कई हस्तियां हुई सम्मानित

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पुरस्कृत पीआर पेशेवरों को दी बधाई, ।
*इंसान और एआई समन्वय से आएंगे अच्छे परिणाम: प्रोफेसर डॉक्टर दिलीप सिसोदिया*
सूरजपुर/ रायपुर, । राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया के रायपुर चैप्टर द्वारा जनसंपर्क और मीडिया से जुड़े संपादक पत्रकार को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रीय स्तर के जनसंपर्क पुरस्कार के लिए राजधानी के एनआईटी स्थित गोल्डन हाउस में विगत 21 अप्रैल 2025 को भव्य गरिमामई समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें जनसंपर्क और पत्रकारिता जगत की कई प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित किया गया। इस गरिमामय समारोह में सम्यक क्रांति दैनिक अखबार सूरजपुर संस्करण के संपादक सम्वर्त कुमार ‘रूप’ को जनसेवा एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु रमेश नैयर स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आपको बता दें श्री रूप पत्रकारिता के साथ जनसेवा के कार्य में अपना सम्पूर्ण जीवन लगाए हुए है। श्री रूप जनहित संघ पण्डो विकास समिति के केंद्रीय उपाध्यक्ष है और प्रेस क्लब कोरिया के महासचिव है। ये वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी साहित्यकार है। साथ ही उनके द्वारा रुद्र प्रोडक्शन एंड इंटरटेनमेंट हाउस का निर्माण किया गया है जिसने आजा मेरे दोस्त यारी निभाएंगे, जय हो मां दंतेश्वरी, रोम रोम में राम बसा लो, मईया जैसे कई दमदार वीडियो सॉन्ग्स दिए है। श्री रूप को पत्रकारिता साहित्य और जनसेवा की भावना उन्हें अपने पिता स्व रुद्र प्रसाद रूप जी से विरासत में मिली है फिर भी वह अपने पिता के पदचिन्हों पर चले हुए नूतन कीर्तिमान स्थापित कर रहे है। उन्हे पत्रकारिता के क्षेत्र में गणेश शंकर विद्यार्थी सम्मान, पत्रकारिता भूषण सम्मान राष्ट्रीय स्तर पर प्राप्त हो चुके है। साहित्य के क्षेत्र में एस.के.‘रूप’ के नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड लंदन, गोल्डन बुक का रिकॉर्ड, इंडिया बुक का रिकॉर्ड, राज्य युवा कवि सम्मान सहित कई उपलब्धियां दर्ज है।श्री रूप अपने सभी उपलब्धियों कार्यों का श्रेय अपने पिता श्री रूद्र प्रसाद रूप जी से मिली सीख,नीति,मार्गदर्शन और उनके लिखे संपादकीय साहित्य को देते है। साथ ही माता श्रीमती लीना धुरिया, एवम बड़े भाई दुष्यंत कुमार का उचित मार्गदर्शन और आशीष अपना पूंजी बताते है। एस.के.‘रूप’ ने जनहित संघ अंतर्गत पण्डो विकास समिति के माध्यम से निः स्वार्थ भाव से अपने कर्मठ टीम के पधाधिकारी के साथ मिलकर कई ऐतिहासिक कार्य किए है कई जनजातीय ,पण्डो,बैगा,अगरिया,बालंद, चेरवा,गोंड,कंवर सहित अन्य सभी बधुओ के हितार्थ कार्य किए है और उन्हें सुविधाएं दिलाई है।
*पत्रकारिता और जनसंपर्क के लिए इन्हें मिला सम्मान व पुरस्कार:·*
इस गरिमामय समारोह में जनसंपर्क विभाग के उप संचालक नसीम अहमद खान को बबन प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार और उप संचालक सौरभ शर्मा को पं. स्वराज्य प्रसाद त्रिवेदी स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।रमेश नैयर स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से एस. के. रूप संपादक, सम्यक क्रांति सूरजपुर, इरा झा स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से डॉ. कीर्ति सिसोदिया संपादक एवं निदेशक सी-पाज़िटिव वेब पोर्टल रायपुर, डी.पी.चौबे स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से मुकेश कुमार सिंह वरिष्ठ पत्रकार, द हितवाद रायपुर, परितोष चक्रवर्ती स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से सत्येश भट्ट जनसंपर्क अधिकारी, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर, रामशंकर अग्निहोत्री स्मृति जनसंपर्क पुरस्कार से विजय वाजपेई डिप्टी हेड, एक्सटर्नल अफेयर्स, बाल्को को सम्मानित किया गया।
*प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पीआरएसआई सहित सम्मानित व्यक्तित्व को बधाई शुभकामनाएं प्रेषित की:–*
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस की बधाई और शुभकामना देते हुए पुरस्कृत पीआर पेशेवरों के उज्जवल भविष्य की कामना की है।
गौरतलब है कि पीआरएसआई द्वारा जनसंपर्क के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों को राष्ट्रीय स्तर के इन पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है। कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का जनसंपर्क में उपयोग विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रायपुर के प्रोफेसर डॉ. दिलीप सिसोदिया ने की-नोट स्पीकर के रूप में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की उपयोगिता पीआर (जनसंपर्क) के काम को सक्रिय और प्रतिक्रिया शील बना दिया है। पीआर में एआई का उपयोग का मतलब यह कदापि नहीे है कि वह इंसानों की जगह लेगा। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने जनसंपर्क के कार्य को सिर्फ प्रतिक्रिया देने वाले काम से आगे बढ़ाकर एक सक्रिय और योजनाबद्ध रणनीति बना दिया है। एआई का मतलब इंसानों की जगह लेना नहीं है, बल्कि उनके काम को ज्यादा रचनात्मक और प्रभावी बनाना है। जब एआई प्रेस रिलीज़ का ड्राफ्ट तैयार करता है, तो पीआर प्रोफेशनल उसमें सही भाषा और रणनीति का समावेश करते हैं, जो जनमानस में रिश्ते बनाने और नैतिकता पर ध्यान देने में सक्षम होती हैं। डॉ. सिसोदिया ने कहा कि इंसान और एआई के सहयोग में है। जब इंसान और एआई साथ काम करेंगे। एआई गति और स्केल संभालेगा और मनुष्य की संवेदनशीलता और समझदारी से अच्छे नतीजे मिलेंगे।
इस मौके पर जनसंपर्क विभाग के अपर संचालक आलोक देव ने कहा कि नसीम अहमद खान समाचार, आलेख व डिजाईन का कार्य ही क्यों न हो, बखूबी से अपने इन दायित्वों को पूरा करने में उन्हें महारत हासिल है। इसी तरह सौरभ शर्मा की रूचि साहित्यिक और गंभीर लेखन में हैं। इन दोनों अधिकारियों की कार्यकुशलता और निपुर्णता जनसंपर्क अधिकारियों के लिए प्रेरणास्पद है। उन्होंने कहा कि पुरस्कार प्राप्त करने वाले मीडिया और जनसंपर्क से जुड़े सभी लोग सामाजिक सरोकार के क्षेत्र में भविष्य में भी बेहतर कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग पीआर पेशेवरों के लिए चुनौतीपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों और जनसंपर्क अधिकरियों के जनता के समक्ष सहीं सूचनाओं को रखना होता है। सरकार की योजनाओं कार्यकलापों में भावनात्मक और संवेदनात्मक पहलु भी जुड़े होते है। अतः एआई का प्रयोग सावधानी से करने की जरूरत है, उन्होंने कहा कि जनसंपर्क अधिकारी और पत्रकार सरकारों अथवा संस्थानों के कार्य-योजनाओं को जनमानस तक पहुंचाने में एक सेतु की तरह कार्य करते है। उन्होंने कहा कि पीआर पेशेवरों को सत्य निष्ठा, निष्पक्षता और संवेदनशीलता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करना चाहिए। तभी जनता और सरकारों अथवा संस्थानों के मध्य सार्थक रिश्ते बन पायेंगे।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार बरूण सखाजी श्रीवास्तव ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सकारात्मक उपयोग एवं जनसंपर्क की भूमिका विषय पर सारगर्भित जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रिंट मीडिया पत्रकार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया चित्रकार और जनसंपर्क के अन्य विधा में कार्यरत लोग कलाकार के रूप में भूमिका का निर्वहन करते है। उन्होंने पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करने वाले मीडिया बंधुओं से अपिल करते हुए कहा कि उन्हें अपने जीविकोपार्जन के साथ-साथ जनहित के मुद्दों को भी समानांतर रूप से लेकर चलना चाहिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में भले ही पत्रकारिता आर्थिक प्राथमिकता के दौर से गुजर रहा हो लेकिन इसी के साथ-साथ पत्रकारों और जनसंपर्क अधिकारियों को सामाजिक सरोकार और जनहित के मुद्दों को भी अपने जनता के समक्ष रखना चाहिए।
उन्होंने आधुनिक टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस के बढ़ते प्रयोग पर कहा कि वर्तमान दौर डिजिटल टेक्नोलॉजी का दौर है। यह हमारे लिए सुविधाओं के साथ-साथ चुनौतीपूर्ण है। आने वाले समय में इसकी उपयोगिता और व्यापक होगी। वह दिन दूर नहीं जब हम स्मार्ट सेल फोन को लिक्विड फॉर्म में देख सकेगें। वहीं एक स्थान पर रहकर एक समय में करोड़ो लोगों से फेस-टू-फेस वार्तालाप कर सकेगें। कार्यक्रम में पत्रकारों एवं आगंतुकों ज्ञानवर्धक हेतु जनसंपर्क विभाग के विभिन्न प्रकाशन में उपलब्ध कराया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षीय के भाषण में भारतीय एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड कोरबा के पीआर हेड सुची मिश्रा ने कहा कि हमें आधुनीक तकनीकियों के सहयोग से सत्यता और वस्तुस्थिति को सामने रखते हुए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सच्चाई और वस्तुस्थिति पीआर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। वास्तविक सूचना को लेकर काम करेंगे तो कहीं भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होने कहा कि टेेक्नोलॉजी की अच्छी समझ होनी चाहिए और पीआर के क्षेत्र में प्रचलित नई टेक्नोलॉजी से अपडेट होते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जनमानस को जो भी सूचना दे, उसमें सच्चाई हो तथा आंखों देखी रिपोर्टिंग करनी चाहिए। रिपोर्ट में बनावटी के अपेक्षा मन में जो हो वह लिखना चाहिए। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सावधानीपूवर्क उपयोग पर बल दिया।
पीआरएसआई रायपुर के चेयरमेन डॉ. शाहिद अली, ने स्वागत भाषण दिया इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार गिरिश मिश्र, पीआरएसआई रायपुर के सचिव डॉ. कुमार सिंह तोप्पा, कोषाध्यक्ष डॉ. दानेश्वरी संभाकर, अडानी गु्रप के वाईस प्रेसिडेंट डॉ. प्रतीक पाण्डे, भारतीय एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड कोरबा के विजय बाजपेयी, वरिष्ठ पत्रकार प्रकाशचंद्र होता, वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी छगनलाल लोन्हारे, घनश्याम केशरवानी, मनीष मिश्रा, डॉ. ओम प्रकाश डहरिया, सुश्री रुखसार परवीन, रितुलता तारक, भारती गजपाल, सृष्टि सिंह सहित बड़ी संख्या में जनसंपर्क, पत्रकारिता एवं साहित्य जगत से जुड़ी हस्तियां मौजूद रहे। मंच संचालन छत्तीसगढ़ राज्य इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड रायपुर के जनसंपर्क अधिकारी विकास शर्मा ने किया।कार्यक्रम में जनसंपर्क के विविध आयामों पर चर्चा के साथ ही जनसेवा में संलग्न पत्रकारों के कार्यों को सराहा गया। यह आयोजन जनसंपर्क और पत्रकारिता जगत को नई दिशा देने की दिशा में एक सशक्त पहल सिद्ध हुआ।