वैशाख पूर्णिमा इस विधि से करें तर्पण और पिंडदान, पूर्वजों को मिलेगा मोक्ष!

हिंदू धर्म में वैशाख पूर्णिमा का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह तिथि पितरों को समर्पित है और इस दिन तर्पण और पिंडदान करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है. यह दिन भगवान विष्णु और चंद्रमा की पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है. वैशाख पूर्णिमा को बुद्ध पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है, क्योंकि यह भगवान गौतम बुद्ध की जयंती है. बौद्ध धर्म में इस दिन का बहुत महत्व है, क्योंकि यह बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति और महापरिनिर्वाण का प्रतीक है. हिंदू धर्म में, यह वर्ष की दूसरी पूर्णिमा है जो नरसिंह जयंती के बाद आती है.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन सच्चे मन से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन की बाधाएं दूर होती हैं. इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य करना अत्यंत फलदायी माना जाता है. माना जाता है कि इस दिन किए गए धार्मिक कार्य और दान अक्षय फल देते हैं.