छत्तीसगढ़ में 1.18 करोड़ के इनामी 23 नक्सलियों का सरेंडर, सबसे खतरनाक PLGA बटालियन-1 के सदस्य भी शामिल

छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में जिला पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को बड़ी सफलता हाथ लगी है। 1 करोड़ 18 लाख रुपये के इनामी 23 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें 8 नक्सली माओवादियों की सबसे खतरनाक PLGA बटालियन नंबर 1 के सदस्य हैं। एक नक्सली लोकेश उर्फ पोड़ियाम भी है, जिसने साल 2012 में सुकमा कलेक्टर एलेक्स पॉल मेनन को किडनैप करने की घटना में शामिल था। सरेंडर करने वाले कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
डीआईजी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल आनंद सिंह राजपुरोहित और सुकमा एसपी किरण चव्हाण के सामने 23 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने वालों में पीएलजीए बटालियन-1 में सक्रिय 8 हार्डकोर नक्सली शामिल है। इन्हें सबसे ज्याद खतरनाक माना जाता है। इसके अलावा डीव्हीसीएम 1, पीपीसीएम 6, एसीएम 4 और 12 पार्टी सदस्य शामिल हैं। सरेंडर करने वाले में 9 महिला और 14 पुरुष शामिल हैं। इन नक्सलियों में 3 नक्सली दंपती भी शामिल हैं। बता दें कि छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने की डेडलाइन मार्च-2026 तय की गई है। इसके बाद से बस्तर के नक्सल मोर्चे पर लगातार एक्शन जारी है।
बीहड़ क्षेत्रों में कैंप खुलने से दहशत
सुकमा एसपी किरण चव्हाण ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण पुनर्वास नीति और नियद नेल्लानार योजना से प्रभावित होकर सरेंडर करिया है। एसपी ने कहा कि अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार सुरक्षा बलों के कैंप खुल रहे हैं। पुलिस के बढ़ते प्रभाव से माओवादी संगठन में दहशत है। मानसून में एंटी नक्सल ऑपरेशन चल रहे हैं, जिससे नक्सलियों को मुठभेड़ में मारे जाने का डर भी है।
नक्सलियों पर इतना इनाम तय था
पुलिस के सामने सरेंडर करने वाले 11 नक्सलियों पर 8-8 लाख, 4 पर 5-5 लाख, 1 नक्सली पर 3 लाख और 7 नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये, कुल 1 करोड़ 18 लाख रुपये इनाम घोषित है। नक्सलियों को आत्मससमर्पण के लिए प्रोत्साहित कराने में जिला बल, डीआरजी सुकमा, विशेष पुलिस बल सुकमा, रेंज फील्ड टीम (आरएफटी) सुकमा-जगदलपुर, सीआरपीएफ-2, 223, 227, 204, 165 वाहिनी और कोबरा 208 वाहिनी की विशेष भूमिका रही।