बेंगलुरु में MBA, केरल से LT की पढ़ाई, कश्मीर में खोला लैब… पहलगाम हमले का मास्टर माइंड कैसे बना आतंकी?

जांच एजेंसियों ने शेख सज्जाद गुल की पहचान जम्मू और पहलगाम आतंकी हमले के मास्टरमाइंड के रूप में की है. इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. घटना के तुरंत बाद भारतीय जांच एजेंसियों ने शक जताया कि जिस संगठन से शेख सज्जाद गुल जुड़ा था, वह आतंकवादी हमले के पीछे था. 50 वर्षीय कश्मीरी मूल का गुल, द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) का प्रमुख है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का समर्थन मिला हुआ है.
जांच एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शेख सज्जाद गुल ने केरल में भी पढ़ाई की है. आतंकवादी घोषित किये गये शेख सज्जाद गुल के बारे में सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की गयी है.जानकारी के मुताबिक, शेख सज्जाद गुल ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा श्रीनगर में प्राप्त की. यहां से वे बेंगलुरु में एमबीए की पढ़ाई करने और बाद वह केरल में लैब टेक्नीशियन कोर्स की पढ़ाई करने आया.
कश्मीर में शुरू की थी लैब
शेख सज्जाद गुल एक कोर्स की पढ़ाई करने के बाद कश्मीर आया और एक लैब शुरू की. बाद में, उसने आतंकवादियों को आवश्यक सहायता प्रदान की. इसी बीच उसे दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से 5 किलो आरडीएक्स के साथ पकड़ा गया था. वह वहां विस्फोट करने के इरादे से पहुंचा था. इस मामले में गुल को दस साल तक जेल में रहना पड़ा. 2017 में पाकिस्तान जाने के बाद उसने लश्कर-ए-तैयबा के तहत टीआरएफ की कमान संभाली.
सज्जाद अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है गुल
जांच एजेंसियों के मुताबिक, शेख सज्जाद गुल पाकिस्तान के रावलपिंडी में स्थित होकर आतंकवादी गतिविधियों का संचालन कर रहा है. गुल को सज्जाद अहमद शेख के नाम से भी जाना जाता है. वह कई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड है. उसका 2020 और 2024 के बीच मध्य और दक्षिण कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों के पीछे हाथ है. वह मध्य कश्मीर में 2023 के ग्रेनेड हमले, अनंतनाग में जम्मू-कश्मीर पुलिसकर्मियों पर हमले और सुरंग निर्माण के दौरान हुए हमले के पीछे का भी मास्टरमाइंड है.