प्रियंवदा सिंह जूदेव ने जिला चिकित्सालय का किया निरीक्षण

# व्यवस्था सुधारने स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को लिखा पत्र
# ब्लड बैंक,एमसीएच और एसएनसीयू वार्ड में व्यवस्था सुधारने का दिया निर्देश
जशपुरनगर: छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रियवंदा सिंह जूदेव ने बुधवार को राजा देवशरण जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया। इस दौरान मातृ शिशु वार्ड शिशु गहन चिकित्सा वार्ड की व्यवस्थाओं और मरीजों को दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। मातृ शिशु वार्ड में निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन व्हीके इंदवार ने उन्हें बताया कि चिकित्सालय में तीन महिला रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना है और तीनों ही अवकाश पर है। इस पर नाराजगी जताते हुए जूदेव ने एक साथ तीनोे चिकित्सकों को छुट्टी दिये जाने का गलत बताते हुए मरीजों के लिए तत्काल वैकल्पिक व्यवस्था कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान जिला चिकित्सालय का सोनोग्राफी सेवा भी बंद मिली। सीएस इंदरवार का कहना था कि चिकित्सालय में रेडियोलाजिस्ट ना होने के कारण सोनोग्राफी नहीं हो पा रहा है। रेडियोलाजिस्ट की पोस्टिंग के लिए शासन से पत्राचार किया जा रहा है। चिकित्सालय मे उपचाररत मरीजों ने अस्पताल में खून जांच ना होने की शिकायत भी की। सीएस का कहना था कि खून जांच के लिए आवश्यक एजेंट (रसायन) के ना होने के कारण जांच काम प्रभावित हो रहा है। सीएस ने बताया कि जरूरी एजेंट के लिए शासन को मांग पत्र भेजा गया है। रसायन उपलब्ध होने पर सभी जांच शुरू कर दी जाएंगी। उन्होनें बताया कि आयुष्मान योजना के तहत उपचार कराने वाले मरीजों की खून की जांच नीजि पैथोलाजी लैब से कराया जा रहा है। इसका भुगतान अस्पताल प्रबंधन द्वारा किया जा रहा है। राज्य महिला आयोग की सदस्य नवजात शिशुओं के उपचार के लिए निर्मित विशेष वार्ड एसएनसीयू के निरीक्षण के लिय पहुंची। यहां मरीजों ने उन्हें बताया कि यह वार्ड अस्पताल के प्रथम तल में संचालित किया जा रहा है। वार्ड में एक ही बाथरूम है। इस पर ताला लगा रहता है। इस कारण शिशुवती माताओं को बाथरूम के लिए रैम्प से नीचे उतर कर अस्पताल के जनरल वार्ड के लिए बने बाथरूम तक जाना पड़ता है। इस पर नाराजगी जताते हुए जूदेव ने बाथरूम से तत्काल ताला हटा कर,माताओं को सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश सिविल सर्जन इंदवार को दिया।
जूदेव से स्वास्थ्य मंत्री को लिखा पत्र –
निरीक्षण के बाद प्रियंवदा सिंह जूदेव ने प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल को पत्र लिख कर समस्याओं की जानकारी देते हुए निराकरण करने का अनुरोध किया है। इस पत्र में उन्होनें जिला चिकित्सालय में लंबे समय से रिक्त पड़े हुए चिकित्सकों,रेडियोलाजिस्ट के पदों पर नियुक्ति करने का अनुरोध किया है। पत्र में जूदेव ने बताया है कि आदिवासी बाहुल्य जशपुर जिले में जिला चिकित्सालय में सुदूर ग्रामीण अंचल से उपचार के लिए लोग पहुंचते हैं। लेकिन चिकित्सक,आवश्यक संसाधन ना होने के कारण उन्हें रांची,अंबिकापुर,रायपुर जैसे बड़े शहरों में दौड़ना पड़ता है। इससे मरीज और उनके स्वजनों को आर्थिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ता है।