जशपुर की आत्मा जल रहा है, अधिकारी सो रहे हैं: यू. डी. मिंज
पूर्व विधायक यू. मिंडी. ज ने वन विभाग पर साधा निशाना

जशपुर में बढ़ते तापमान, सूखते जलस्रोतों और वन कटाई पर उठाए गंभीर सवाल*
कुनकुरी।
जिले में लगातार बढ़ते तापमान और बेतहाशा जंगल कटाई पर पूर्व विधायक यू. डी. मिंज ने कड़ा रोष व्यक्त किया है। उन्होंने वन विभाग को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जशपुर जल रहा है और जिम्मेदार अधिकारी केवल AC कमरों में आराम कर रहे हैं।
यू. डी. मिंज ने कहा— “जंगलों की अंधाधुंध कटाई से जशपुर का पारिस्थितिकी संतुलन बिगड़ गया है। 45 डिग्री तापमान पार कर चुका है, जलस्रोत सूख रहे हैं, वन्यजीव बेहाल हैं और आमजन झुलस रहे हैं। मगर वन विभाग आंख मूंदे बैठा है।”
उन्होंने कहा— “डीएफओ से लेकर फॉरेस्ट गार्ड तक सब बस खानापूर्ति कर रहे हैं। विभागीय अधिकारी भ्रष्टाचार, चमचागिरी और कमीशनखोरी में व्यस्त हैं। जंगल के रक्षक ही अब विनाश के सौदागर बन चुके हैं।”
यू. डी. मिंज का आरोप है कि— “वन विभाग अब जंगल की रक्षा नहीं, बल्कि जंगल में निर्माण कार्य और मुनाफे की योजनाओं में व्यस्त है। खुलेआम पेड़ों की कटाई हो रही है, पर अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।”
उन्होंने चेतावनी दी— “यदि यही हालात रहे तो जशपुर गंभीर जल संकट और पर्यावरणीय आपदा की ओर बढ़ जाएगा। मैं इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठूंगा। यह सिर्फ एक बयान नहीं, एक जनआंदोलन की शुरुआत है।”
मिंज ने यह भी कहा- “वन्य जीवों का जीवन खतरे में है, नदियां और नाले सूखने लगे हैं, मगर विभाग के पास कोई जवाबदेही नहीं है। 365 दिन अफसरों की नींद नहीं टूटती और जंगल की हालत दिन-ब-दिन बदतर होती जा रही है।”
और फिर उन्होंने एक दर्दभरी बात कही— “जशपुर की आत्मा यहां के खूबसूरत वनों में विचरण करती है। आज जब ये जंगल जल रहे हैं, तो समझ लीजिए — जशपुर की आत्मा जल रही है।”
जनता से किया आह्वान— “मैं जशपुरवासियों से अपील करता हूं—अब समय आ गया है कि हम जंगल, जल और जीवन की रक्षा के लिए एकजुट हों। अगर हम अब नहीं जागे तो आने वाली पीढ़ियों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”